स्व. मोहनलाल बौंठियाल के नाम पर होगा दुगड्डा का स्वास्थ्य केंद्र

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दुगड्डा में आयोजित तीन दिवसीय शहीद मेले का मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ
फतेहपुर में सिलगाड नदी पर पुल का निर्माण सहित कई महत्वपूर्ण घोषणाएं
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश व केंद्र सरकार गुमनाम हो चुके वीर शहीदों व स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों के सम्मान के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है। प्रदेश में शहीदों व संग्राम सैनानियों के स्मारक व संग्रहालय बनाए जा रहे हैं। उन्होंने दुगड्डा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का नाम जनसंघ के संस्थापक सदस्य रहे स्व. मोहन लाल बौंठियाल के नाम पर रखने के साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की। कहा कि महापुरुषों का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।
मंगलवार को मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्जवलित कर दुगड्डा में तीन दिवसीय शहीद दिवस का शुभारंभ किया। इससे पूर्व उन्होंने दुगड्डा में अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद, स्व. बलदेव सिंह आर्य और स्व. भवानी सिंह रावत की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। शहीदों के योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों का साहस और बलिदान सदैव याद किया जाएगा। कहा कि इस तरह के आयोजन हमारे इतिहास और संस्कृति के प्रति युवाओं को जागरूक करते हैं, जिनसे हमें शहीदों के आदर्शों को अपनाने की प्रेरणा मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार के नेतृत्व में स्वतंत्रता संग्राम की गौरवशाली गाथाओं का नई पीढ़ी को पुन: स्मरण कराने के लिए पूरे देश में स्मारकों और संग्रहालय का निर्माण कराया जा रहा है। राज्य में भी सरकार द्वारा ऐसे वीर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, सैनिकों व उनके परिवारों के कल्याण के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की गयी है। इस कड़ी में उत्तराखंड का पांचवा धाम सैनिक धाम देहरादून के गुनियाल गांव में बनाया जा रहा है। सरकार स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को स्वास्थ्य सेवाओं और आवासीय योजना में भी प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि 2023-24 भारत सरकार के नीति आयोग के इंडेक्स में सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में उत्तराखंड ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। कहा कि अभी वनाग्नि की समस्या के समाधान के लिए भी प्रशासन द्वारा पूरी तैयारी की जा रही है। उन्होंने जनता से भी अनुरोध किया कि वनाग्नि पर नियंत्रण के लिए प्रशासन का भी सहयोग करें। कार्यक्रम में उन्होंने ऐता निवासी जनसंघ के संस्थापक सदस्य रहे मोहन लाल बौंठियाल के योगदान को भी याद किया। साथ ही उनकी पत्नी व पूरे परिवार को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम में यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट, लैंसडौन महंत दिलीप रावत, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, मेयर कोटद्वार शैलेंद्र सिंह रावत, ज्योत्सना बौंठियाल, सुदीप बौंठियाल, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद दुगड्डा शांति बिष्ट, जिला अध्यक्ष भाजपा वीरेंद्र सिंह रावत, मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत आदि मौजूद रहे।

यह रही मुख्यमंत्री की घोषणाएं
मुख्यमंत्री द्वारा की क्षेत्र के विकास के लिए लिए आठ घोषणाएं की गई। जिसमें नगर पालिका दुगड्डा के क्षेत्रान्तर्गत एक आधुनिक बहुउद्देशीय भवन का निर्माण, पालिका की अध्यक्ष/अधिशासी अधिकारी हेतु एक आधिकारिक वाहन की व्यवस्था, भवानी सिंह रावत शहीद स्मृति स्थल संरक्षण, सौंदर्यीकरण एवं पुनर्निर्माण, निराश्रितों के लिए एक स्थायी रैन बसेरा बनाये जाने, दुगड्डा नगर में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का नियोजन व विकास के साथ ही इसका नामकरण स्व. मोहनलाल बौंठियाल के नाम पर किये जाने, दुगड्डा ब्लॉक में एक मिनी स्टेडियम की स्थापना किये जाने, फतेहपुर में सिलगाड नदी पर पुल का निर्माण कराए जाने, दुगड्डा ब्लॉक के अन्तर्गत स्थित मटियाली में सिद्ध बाबा मंदिर का सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य कराए जाने की घोषणाएं शामिल हैं।

अब नहीं होगी जमीनों की बंदर बांट
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड के मूल अस्तित्व को बनाये रखने के लिये राज्य के भीतर अवैध अतिक्रमण हटाकर पूरे राज्य में 5 हजार हेक्टेयर से भी अधिक जमीन को अतिक्रमण मुक्त किया गया है। भूमि को जिस प्रयोजन के लिए खरीदा गया है, उसका उपयोग उसी प्रयोजन के लिए होना चाहिए। प्रायोजित भूमि के अन्यत्र उपयोग पर भूमि जब्त करने का अभियान प्रारम्भ कर दिया है। सरकार ने चार दिन पहले विधानसभा सत्र में सशक्त भू-कानून को पूर्ण बहुमत से पारित कर दिया गया है। इस प्रकार प्रकार से जमीनों की बंदर बांट नहीं होगी इससे प्रदेश में भूमि की अनियंत्रित बिक्री पर रोक लगेगी।

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