जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत जंगल से सटे इलाकों में जंगली जानवरों की धमक बनी हुई है। संयुक्त समाज सेवी संगठन ने वन विभाग को ज्ञापन देते हुए जंगली जानवरों के आतंक से निजात दिलवाने की मांग की है। कहा कि आए दिन जानवर काश्तकारों की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। साथ ही जंगली जानवरों से लोगों को भी खतरा बना हुआ है। ऐसे में वन विभाग को गंभीरता से कार्य करना चाहिए।
संयुक्त समाजसेवी संगठन ने लैंसडौन वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में पहुंच समस्या से संबंधित ज्ञापन दिया। बताया कि क्षेत्र के अधिकांश परिवार खेती पर ही निर्भर हैं। लेकिन, पिछले कुछ वर्षों से क्षेत्र में जंगली जानवरों की धमक बढ़ती जा रही है। पूर्व में बनाई गई सुरक्षा दीवार भी जगह-जगह से टूट चुकी है। नतीजा, हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश कर फसल को बर्बाद कर देता है। यही नहीं, क्षेत्र में जंगली सुअर, बंदर, लंगूर की तादाद भी लगातार बढ़ती जा रही है। खेती बर्बाद होने से काश्तकारों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। बताया कि क्षेत्र में गुलदार की भी धमक बढ़ रही है। कुछ दिन पूर्व क्षेत्रवासियों को सनेह मार्ग में गुलदार घूमता हुआ दिखाई दिया। ऐसे में लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। कहा कि जंगली जानवरों की धमक से निजात दिलवाने के लिए वन विभाग को ठोस कार्य योजना बनानी होगी। इस मौके पर संगठन के संरक्षक रतन सिंह नेगी, अध्यक्ष मोहन सिंह रावत, वाचस्पति बहुखंडी, महानंद ध्यानी, सतेंद्र सिंह रौतेला, चंद्रमणि देवरानी, रवींद्र सिंह रावत, सुदर्शन प्रसाद, गोविंद प्रसाद चमोली, दलवीर सिंह, अनुसूया, प्रदीप बलूनी आदि मौजूद रहे।