रुद्रपुर। शांतिपुरी इमली घाट के सरकारी उप खनिज निकासी गेट पर वन विभाग द्वारा वन निगम के मीटर से कांटा डालकर चोरी की बिजली से सिस्टम चलाया जा रहा था। शुक्रवार को इसका विरोध कर निगम के ठेकेदार ने चोरी की तार हटवा दी। इससे वहां उप खनिज की तौल को लगाए गए इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम ठप पड़ने के कारण निकासी बंद हो गई और सैकड़ों वाहन घंटों गौला नदी में फंसे रहे। इसके बाद उच्च स्तरीय अधिकारियों की मध्यस्थता के बाद बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था कर नदी में फंसे करीब 300 वाहन बाहर निकाले गए। गेट इंचार्ज जगदीश चंद्र जोशी ने बताया कि वन विभाग द्वारा करीब एक वर्ष से बिजली बिल नहीं भरने के कारण लगभग 45 हजार का बकाया हो गया है। इसके चलते एक माह पहले ऊर्जा निगम की टीम ने वन विभाग का बिजली कनेक्शन काट दिया था। इसके बाद से वन निगम के मीटर से ही कांटा डालकर सारा सिस्टम चल रहा था। शुक्रवार सुबह करीब दस बजे निगम के ठेकेदार ने इसका विरोध कर तार हटवा दी। इससे यहां सिस्टम ठप हो गए। इससे उप खनिज की निकासी बंद हो गई और सैकड़ों वाहन नदी में ही फंस गए। दोपहर करीब डेढ़ बजे उच्चस्तरीय अधिकारियों की मध्यस्थता के बाद बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था की गई। इसके बाद सिस्टम शुरू हुए और खनिज वाहनों की निकासी शुरू हो सकी। बाद में करीब 300 वाहन नदी से निकाले जा सके। इस दौरान गेट पर प्रवीन रौतेला, नरेंद्र बिष्ट, तारेश राठौर, मनोज दानू, राजू कोरंगा, हीरा सिंह रौतेला, मनोज खोलिया, नरेंद्र कोरंगा, गंगा सिंह मेहता, राजू राणा, नवीन जोशी, नंदन सिंह देउपा, मयंक तिवारी, कपिल रावत व इन्दर सिंह समेत बड़ी संख्या में वाहन स्वामी मौजूद रहे।