नई दिल्ली , गुजरात के गोधरा कांड के गवाहों की सुरक्षा हटा दी गई है। केंद्र सरकार की तरफ से ये फैसला लिया गया है। जानकारी के मुताबिक 14 गवाहों की सुरक्षा हटाई गई है। जिन्हें सीआईएसएफ के 150 जवानों द्वारा सुरक्षा प्रदान की जा रही थी। गृह मंत्रालय ने एसआईटी की रिकमेंडेशन रिपोर्ट के आधार पर 14 गवाहों की सुरक्षा को हटाने का फैसला लिया है। गोधरा कांड पर बनी एसआईटी ने 10 नवंबर 2023 को इन गवाहों की सुरक्षा हटाने की अपनी रिपोर्ट दी थी।
27 फरवरी, 2002 को गुजरात के गोधरा में अयोध्या से लौट रहे कारसेवकों को ले जा रही साबरमती एक्सप्रेस की एक बोगी में आग लगा दी गई थी, जिसमें 58 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर दंगे भडक़ उठे थे, जिसके बाद केंद्र सरकार को सेना भेजनी पड़ी थी।
यह भारत में सबसे भीषण सांप्रदायिक हिंसा में से एक थी। जिसमें 790 मुस्लिम और 254 हिंदुओं सहित 1044 लोग मारे गए थे। घटना के बाद बलात्कार, लूटपाट और संपत्ति के नुकसान, घरों और दुकानों को जलाने की भी खबरें आईं। इस कांड के बाद लगभग 2 लाख लोग विस्थापित हुए। उनमें से कई लोग अपने घरों में वापस नहीं जा सके और नए इलाकों में बस गए।