जयन्त प्रतिनिधि।
थलीसैंण : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, थलीसैंण में उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) एवं भौतिक विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार शुरू हो गया है। इस मौके पर डॉ. बिपेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि गणित ही भौतिक विज्ञान की जननी है, विज्ञान से ही हम बहुत कुछ सीखते एवं समझते है।
मुख्य अतिथि डॉ. मोनू मिश्रा सहायक प्राध्यापक दयाल सिंह कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय, विशिष्ट अतिथि डॉ. सौरभ रावत दून विश्वविद्यालय, डॉ. ओपी नौटियाल वरिष्ठ वैज्ञानिक, यूसर्क, डॉ. बिपेन्द्र सिंह रावत सहायक प्राध्यापक, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय उत्तरकाशी एवं सामाजिक कार्यकर्ता आशाराम पोखरियाल, प्रभारी प्राचार्य डॉ. छाया सिंह ने संयुक्त रूप से सरस्वती प्रतिमा के द्वीप प्रज्जवलित कर सेमिनार का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि डॉ. मोनू मिश्रा ने सेमीकंडक्टर का परिचय, आवश्यकता एवं सामान्य व्यवहार में सेमीकंडक्टर के उपयोगों के विषय में बताया। डॉ. ओपी नौटियाल ने भौतिक विज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक गुणों के प्रति विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला। रिसर्च एसोसिएट-ग्लास्गो डॉ. संदीप पाण्डेय ने ऑनलाइन माध्यम से ग्रफीन अपशिष्ट से प्राप्त ग्रफीन नानोशीट आधारित पदार्थों के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन कशिश पोखरियाल एवं अजय रावत ने किया।