नईदिल्ली, भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी मोहम्मद शमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच के दौरान एनर्जी ड्रिंक पीने से विवादों में घिर गए हैं। मुस्लिम समाज उनके रोजा न रखने पर नाराज है।उत्तर प्रदेश में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि रोजा अनिवार्य कर्तव्यों में से एक है। अगर कोई स्वस्थ पुरुष या महिला रोजा नहीं रखता है, तो वह बड़ा अपराधी है।
रजवी बरेलवी ने आगे कहा, भारत के मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी मोहम्मद शमी ने मैच के दौरान पानी या कोई और पेय पदार्थ पीया है। लोग उन्हें देख रहे थे। अगर वह खेल रहे हैं, तो वह स्वस्थ हैं। ऐसे में उन्होंने रोजा नहीं रखा और पानी भी पी लिया, इससे लोगों में गलत संदेश गया। रोजा न रखकर उन्होंने गुनाह किया। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। शरीयत की नजर में वह अपराधी हैं। उन्हें खुदा को जवाब देना होगा।
मौलाना के बयान पर शमी के भाई मोहम्मद जैद ने मौलाना को असल मुद्दों पर गंभीर होने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि भाई दुबई में खेल रहे हैं और मौलाना को पता होगा कि जब कोई 70 किलोमीटर से अधिक के सफर पर होता है तो रोजा छोड़ सकता है, उसके कुछ नियम है।
उन्होंने कहा कि ये इतना बड़ा मुद्दा नहीं है, ये लोग हर बात पर ऐसा कुछ बोल देते हैं कि ये इस्लाम के खिलाफ है।