जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कुछ दिन पूर्व सामने आए गढ़वाल मोटर आनर्स यूनियन (जीएमओयू) के गबन के मामले में पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मामले में महाप्रबंधक की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई थी।
बीती चार मार्च को जीएमओयू बचाओ संघर्ष समिति की ओर से वित्तीय वर्ष 2023-24 में कंपनी में दो करोड़ के गबन की बात प्रकाश में लाई गई थी। बताया गया कि बीते वर्ष 30 सितंबर को हुई एजीएम में कंपनी की बैलेंस सीट को इस शर्त पर पास किया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 की बैलेंस सीट की जांच के लिए जांच समिति बनेगी। बताया कि जांच समिति में उनके साथ ही ताजबर सिंह खत्री, हनुमंत सिंह पटवाल व सत्यानंद भट्ट शामिल थे। बताया कि जांच समिति ने 2023-24 के वित्तीय वर्ष में हुए आय-व्यय की गंभीरता से जांच की और पाया कि विभिन्न मदों में 2.32 करोड़ का घपला पाया। कंपनी के महाप्रबंधक/सचिव विजयपाल सिंह ने भी वित्तीय वर्ष 2023-24 में घोटाले की पुष्टि की। उनका कहना था कि कंपनी में फर्जी प्रार्थना पत्र व फर्जी वाउचर्स के आधार पर कंपनी की धनराशि का गबन किया गया है। बताया कि कुछ लोगों ने कंपनी में एक गिरोह बनाकर सुनियोजित तरीके से इस कृत्य को किया। उन्होंने इस संबंध में एसएसपी को पत्र भेजने की बात भी कही गई। इधर, महाप्रबंधक की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने कंपनी के दो पूर्व पदाधिकारियों के साथ ही नौ लोगों के खिलाफ भारतीय दंड सहिता के तहत धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया है। कोतवाली प्रभारी रमेश तनवार ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है।