रोजगार उपलब्ध कराने को होगी प्रवासियों की मैपिंग
बागेश्वर। कोविड-19 महामारी के चलते गांव लौटे प्रवासियों को स्वरोजगार से जोड़ने की कवायद शुरू हो गई है। डीएम रंजना राजगुरु ने सीडीओ को बाहरी राज्यों और जिलों से लौटे लोगों की मैपिंग कर डाटा तैयार करने के निर्देश दिए। ताकि स्वरोजगार करने के इच्छुक लोगों की सटीक जानकारी जुटाई जा सके। डीएम ने बताया कि बाहरी प्रदेशों व जिलों से 28 हजार के करीब प्रवासी यहां लौटे हैं। जिनमें से 10 हजार लोगों की डाटा मैपिंग का काम पूरा कर लिया है। बताया कि अधिकांश प्रवासी नौकरीपेशा हैं और हालात सामान्य होने पर लौटना चाहते हैं। इसके चलते प्रशासन स्वरोजगार के इच्छुक लोगों को चिह्नित कर रही है। उन्हों बताया कि एक हफ्ते के भीतर सभी प्रवासियों की डाटा मैपिंग कर ली जाएगी। इसके बाद प्रवासियों को रुचि के अनुसार रोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उद्योग विभाग को भी लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने को कहा गया है। इसके तहत अब तक दो सौ से अधिक युवाओं ने स्वरोजगार के लिए पंजीकरण कराया है। जिन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के लिए 24 जून को साक्षात्कार किया जाना है। उन्होंने अन्य बेरोजगारों से भी उद्योग विभाग में पंजीकरण कराने को कहा। उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत जिले में छह सौ लोगों के जॉब कार्ड भी बनाए गए हैं। जिसे लगातार बढ़ाया जा रहा है। ताकि अधिकाधिक प्रवासियों को रोजगार मिल सके।