श्री राम मंदिर निर्माण के लिए श्री सिद्धबली मंदिर समिति ने दिये 5 लाख एक हजार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। श्रीराम जन्मभूमि निर्माण निधि समर्पण अभियान को लेकर श्री सिद्धबली मंदिर परिसर में शुक्रवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्री सिद्धबली मंदिर समिति की ओर से श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए पांच लाख एक हजार रूपये की धनराशि दी गई।
कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार ने कहा कि सबकी इच्छा थी कि अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर बनें। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का साक्षी होना सौभाग्य की बात है। वर्तमान में श्रीराम जन्मभूमि निर्माण निधि समर्पण अभियान पूरे देश में चलाया जा रहा है। यह अभियान किसी एक पार्टी या संस्था का नहीं है। यह संपूर्ण हिंदू समाज का अभियान है। सभी लोग अपनी सामथ्र्य के अनुसार इस अभियान में सहयोग कर रहे है। उन्होंने कहा कि कार्यकत्र्ताओं को इस अभियान को सफल बनाने के लिए पूर्ण रूप से मेहनत करनी चाहिए। स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए धनराशि देने पर मंदिर समिति की सराहना की। लैंसडौन विधायक मंहत दलीर्प ंसह रावत ने हमारे अराध्या सिद्धबलि बाबा के आराध्य है श्रीराम और उनका एक भव्य मंदिर राम जन्म भूमि अयोध्या में बन रहा है। यह तमाम सनातनियों के लिए गौरव की बात है। श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सभी में उत्साह एवं उत्सुकता है कि किस प्रकार हमारा समर्पण श्रीराम जन्म भूमि के लिए हो। इसी के निमित श्री सिद्धबली मंदिर मंदिर समिति की ओर से पांच लाख एक हजार रूपये की धनराशि श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए दी गई है। उन्होंने कहा कि यह गैर राजनीतिक है। इसमें सभी लोग उत्साह के साथ सहयोग कर रहे है। कार्यक्रम का संचालन राजगौरव नौटियाल ने किया। कार्यक्रम में विभाग प्रचारक चंद्रशेखर, जिला प्रचारक पारस, जिला संघचालक विष्णु अग्रवाल, लैंसडौन विधायक दलीप सिंह रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष संपत सिंह रावत, पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेंद्र बिष्ट, मंदिर समिति के महासचिव शिवप्रसाद पोखरियाल, कोषाध्यक्ष ऋषभ भंडारी, रविन्द्र नेगी, विनोद रावत, श्रीमती नीतू रावत, श्रीमती सुनीता कोटनाला, अतुल डोबरियाल, राजेश रावत, सौरभ नौटियाल, सुरेन्द्र गुसांई, चन्द्रमोहन जसोला, दीपू पोखरियाल, सुनील गोयल, जंग बहादुर, ऋषि कंडवाल आदि मौजूद थे।