तैनाती की मांग को लेकर पीआरडी जवानों ने तहसील में किया प्रदर्शन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोरोनाकाल में नगर निगम में तैनात पीआरडी जवानों ने दोबारा तैनाती की मांग को लेकर तहसील परिसर में प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कोटद्वार में विभाग द्वारा उनके साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाते हुए नये लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जो लोग प्रशिक्षण कर रहे हैं, उन्होंने इससे पूर्व कभी पीआरडी विभाग में कोई ड्यूटी नहीं की है। उन्होंने जिलाधिकारी से शीघ्र ही इस मामले का संज्ञान लेने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने उपजिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा।
शनिवार को पीआरडी जवानों ने तहसील परिसर में दोबारा तैनाती की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा 23 जुलाई 2020 को कोटद्वार नगर निगम में पीआरडी जवानों को तैनात किया गया था, लेकिन 20 दिसंबर 2020 को सभी को ड्यूटी से पृथक कर दिया गया। जिसका जवानों ने विरोध किया। जिस पर विभाग द्वारा उनको पुन: प्रशिक्षण के बाद तैनाती का आश्वासन दिया गया। एक माह से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन न तो उनका प्रशिक्षण शुरू हो पाया है और न ही उन्हें तैनाती दी गई। उन्होंने कहा कि जब पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा था, उस समय पीआरडी जवान खुद की तथा अपने परिवार की परवाह किये बगैर शासन-प्रशासन के साथ मिलकर दिन-रात निरंतर कार्य करते रहे और अब उनके साथ ऐसा सलूक किया जा रहा है। प्रदर्शन करने वालों में रविन्द्र बिष्ट, पवन कुमार, सुरेंद्र सिंह, मोहित कुमार, संजय, पंकज कुमार, अभिषेक कुमार, संदीप, सूरज, शुभम, हरीश कुमार आदि शामिल रहे।