शिक्षकों ने सीखे मॉडलों के निर्माण से गणित को हल करने के गुर
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चड़ीगांव द्वारा आयोजित दो दिवसीय जिला संदर्भ समूह गणित कार्यशाला में शिक्षकों ने गणित की जटिल समस्याओं को परिवेशीय मॉडलों के निर्माण से हल करने के गुर सीखे। कार्यशाला में जिले के पौड़ी, कोट, खिर्सू, कल्जीखाल, थलीसैंण, पाबौ, नैनीडांडा, बीरोंखाल ब्लाक के जिला संदर्भ समूह के 40 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया।
डायट के प्रवक्ता एवं गणित के समंवयक नारायण प्रसाद उनियाल ने बताया कि कार्यशाला में शिक्षकों ने विभिन्न गुर सीखे। संदर्भदाता मनाधर नैनवाल ने सूचना संप्रेषण तकनीक के माध्यम से गूगल फार्म निर्माण व ऑनलाइन शिक्षा, वीरेन्द्र खंकरियाल ने नवाचार, खेल खेल मं गणित और बच्चों में गणित की समझ कैसे विकसित हो पर प्रस्तुतिकरण किया। अजीज प्रेमजी फांउंडेशन की पूजा दुमाका ने टीएलएम पर अपना प्रस्तुतिकरण किया। प्रतिभागियों ने मॉडल निर्माण कर गणित शिक्षण में अपनी जानकारी साझा की। डायट प्रवक्ता प्रमोद नौडियाल ने भी कार्यशाला में विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर कोविड काल में आनलाइन शिक्षण करने वाले उत्कर्ष शिक्षकों को डायट द्वारा स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यशाला के समापन पर मुख्य अतिथि राइंका पौड़ी के प्रधानाचार्य बीसी बहुगुणा ने प्रतिभागियों को प्रस्तति पत्र भेंट किए। उन्होंने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए गणित विषय की संवेदनशीलता और उसके सरलीकरण हेतु कार्यशाला के महत्व को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में शिक्षकों ने जिस उत्साह के साथ कठिन परिस्थितियों में सीमित संसाधनों के साथ ऑनलाइन शिक्षण कार्य किया वह सराहनीय है। कार्यशाला में पौड़ी ब्लाक के समंवयक कमलेश बलूनी, मातबर सिंह रावत, बेबी डंडरियाल, अंजली डुडेजा, जगदंबा पांथरी, शंकरमणि थपलियाल, रविन्द्र बिष्ट, मान सिंह कोली, प्रवीण अणथ्वाल, सुभाष घिल्डियाल, सरिता जोशी, गजेंद्र नेगी, मो. अहमद अंसारी, कुलदीप नेगी, भारत सिंह, गब्बर सिंह आदि शामिल थे।