गढ़ गौरव नरेन्द्र सिंह नेगी को पदम पुरस्कार न मिलन पर रोष
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। गढ़वाली भाषा एवं साहित्य को समर्पित आखर समिति की बैठक आहुत की गई। बैठक में आखर समिति द्वारा चलाए जा रहे उत्तराखंड मातृभाषा अभियान पर चर्चा कर राज्य के सभी लोगों से इस अभियान में शामिल होने का आह्वान किया गया।
बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी 21 फरवरी अंतराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। इस मौके पर गढ़ गौरव व लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी को अभी तक पदम पुरस्कार न दिए जाने पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया। समिति के अध्यक्ष संदीप रावत ने कहा कि नेगी का गढ़वाली भाषा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, उन्हें अभी तक कब का पदम पुरस्कार मिल जाना चाहिए था। उत्तराखंड मातृभाषा अभियान का उद्देश्य लोगों को अपनी बोली-भाषा के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान की संकल्पना आखर सक्रिय सदस्य गीतेश नेगी की है। सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इस मौके पर वरिष्ठ गढ़वाली कथाकार बृजेंद्र नेगी के निधन पर शोक भी जताया गया। बैठक में मुकेश काला, राकेश जिरवाण, प्रभाकर बाबुलकर, अनीता काला, बबीता थपलियाल, आरती पुंडीर, रेखा चमोली आदि शामिल रहे।