प्रवासियों को रोजगार से जोड़ने को दिया मत्स्य पालन प्रशिक्षण
चम्पावत। बाहरी क्षेत्रों से आए प्रवासियों को मत्स्य पालन का प्रशिक्षण दिया गया। जिला मत्स्य प्रभारी ने प्रवासियों से मत्स्य पालन के जरिए स्वरोजगार अपनाने की अपील की। बताया कि प्रतिभागियों को मत्स्य पालन के लिए मनरेगा से लाभान्वित किया जाएगा। ब्लॉक सभागार में बीडीओ कमल किशोर पांडेय की अध्यक्षता में प्रवासियों को मत्स्य पालन का प्रशिक्षण दिया गया। जिला मत्स्य प्रभारी संजीव कुमार ने भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार विभिन्न प्रजातियों की मछलियों का उत्पादन करने की जानकारी दी। प्रवासियों को मत्स्य तालाब बनाने की तकनीकि पहलुओं के बारे में बताया। कहा कि ठंडे स्थानों पर रोहू और कतला प्रजाति की मछली का पालन किया जा सकता है।उन्होंने बताया कि सामान्य तापमान वाले स्थानों में सिल्वर कार्प, ग्रास कार्प और कॉमन कार्प प्रजाति की मछली का उत्पादन करने से आय बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में ये मछलियां ढाई सौ से तीन सौ रुपये प्रति किग्रा की दर से बिक्री की जा रही है। प्रशिक्षण में मौनपोखरी, गड़कोट, मुड़ियानी, स्वाला, चौड़ाख्याली, कांडा, जौल, सल्ली, फूंगर, सिमल्टा, बस्तिया गूंठ, खर्ककार्की और पुनेठी गांव के युवा शामिल रहे। एबीडीओ बीबी जोशी के संचालन में हुए कार्यक्रम में मनरेगा के उप कार्यक्रम अधिकारी अमित पांडेय ने भी जानकारी दी।