उपनल कर्मियों की हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित
विकासनगर। फरवरी माह के अंतिम सप्ताह से चल रही उपनल कर्मियों की हड़ताल के चलते उप जिला चिकित्सालय की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित हो गई हैं। यहां आने वाले मरीजों को ओपीडी का पर्चा बनाने से लेकर दवाई लेने के घंटो कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं हड़ताल के चलते कोविड वैक्सीनेशन भी प्रभावित हो रहा है। कर्मचारियों की कमी के कारण बुजुर्गों को टीकाकरण के लिए कई घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन की कोशिश रहती है कि टीकाकरण के लिए अस्पताल पहुंचे सभी लोगों को टीके लगाए जाएं। इसके लिए देर शाम तक टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। उप जिला चिकित्सालय विकासनगर में ओपीडी से लेकर ओटी और इंडोर वार्ड की व्यवस्थाएं 23 उपनल संविदा कर्मियों के सहारे संचालित होती हैं। कर्मियों की हड़ताल से मरीजों के साथ ही अस्पताल प्रबंधन को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। हड़ताल के चलते ओटी ठप होने के साथ ही इंडोर वार्ड में मरीजों की देखभाल प्रभावित हो गई है, जबकि दवा काउंटर पर भी मरीजों को अपनी बारी के इंतजार में घंटों इंतजार करना पड़ा। मंगलवार को दवा काउंटर पर इंटर्नशिप कर रहा पैरा मेडिकल का मात्र एक छात्र तैनात था, दवा काउंटर पर कतार में खड़ी सानू, दिलवर, शबनम, प्रमोद कुमार, दिनेश राणा ने बताया कि एक घंटे से खड़े होने के बावजूद अभी तक दवाई नहीं मिली है। उपनल कर्मी देहरादून में हो रहे धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए चले गए। एक साथ 23 कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के कारण अस्पताल की सभी व्यवस्थाओं पर प्रभाव पड़ा।
ऑपरेशन हुए ठप: अस्पताल के निश्चेतक डा. प्रदीप चौहान ने बताया कि ओटी में भी कई उपनल के माध्यम से पैरा मेडिकल कर्मियों की तैनाती है। इन कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से ऑप्रेशन नहीं हो रहे हैं। उपनल कर्मियों की 22 फरवरी से हड़ताल होने के बाद से अभी तक चार से पांच गंभीर आप्रेशन किए गए हैं, जबकि सभी सामान्य ऑप्रेशन स्थगित कर दिए गए हैं।
22 फरवरी से एंबुलेस सेवा ठप: उप जिला चिकित्सालय में गंभीर मरीजों को हायर सेंटर रेफर करने के लिए दो एंबुलेंस मौजूद हैं। लेकिन दोनों ही वाहनों में चालक उपनल कर्मी हैं। जिसके चलते 22 फरवरी से दोनों ही एंबुलेंस के पहिए जाम पड़े हुए हैं। गंभीर रोगियों को निजी वाहनों से हायर सेंटर जाना पड़ रहा है।
अस्पताल की व्यवस्थाओं के संचालन में दिक्कतें आ रही हैं। एक साथ 23 कर्मचारियों के लंबे समय से हड़ताल पर होने के कारण मरीजों को भी परेशानी हो रही है। मरीजों को सुविधाएं मिलने में अधिक समय लग रहा है। मौजूद कर्मचारियों को अतिरिक्त समय के लिए तैनात कर व्यवस्थाएं बनाने की कोशिश की जा रही है। -डा. विजय सिंह, वरिष्ठ चिकित्सक