विश्व शांति की कामना के साथ किया गायत्री परिवार प्रमुख ने शिवाभिषेक
हरिद्वार। गायत्री परिवार प्रमुख डॉ प्रणव पण्ड्या एवं शैलदीदी ने विश्व में शांति की स्थापना की कामना के साथ शिवाभिषेक किया। इस अवसर पर विद्वान आचार्यों ने रुद्राष्टकम्, महाकालाष्टकम, पुरुष सूक्त के साथ वैदिक मंत्रों के बीच सृष्टि के देवता भगवान भोलेनाथ का महाभिषेक का कर्मकांड संपन्न कराया। तो वहीं सितार, डमरु, शंख, मृदंग आदि वाद्ययंत्रों के संगत के साथ संगीतज्ञों ने शिव आराधना एवं भोलेनाथ के विशेष गीत प्रस्तुत किया, जो लोगों के अंदर के तार को झूमने के लिए उल्लसित कर दिया। डॉ प्रणव पण्ड्या ने कहा कि शिव आदियोगी हैं। शिव कल्याणकारी देवता हैं। वे अपने भक्तों की प्रार्थना बहुत जल्दी सुनते हैं। कल्याणकारी भावना के साथ आराधना से मनोकामनाएं पूरी होती है। उन्होंने कहा कि शिव की साधना के नाम पर ही लोग अशिव आचरण करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर सामूहिक पर्वायोजन के माध्यम से फैली हुई भ्रांतियों का निवारण करते हुए शिव की गरिमा के अनुरूप उसके स्वरूप पर जन आस्थाएं स्थापित की जानी चाहिए, ताकि व्यक्तिगत एवं सामूहिक रूप से पुण्य अर्जन और समाज कल्याण की दिशा में आगे बढ़ा जा सके। रुद्राभिषेक का वैदिक कर्मकांड श्यामबिहारी दुबे एवं उदयकिशोर मिश्रा एवं उनकी टीम ने किया।