फर्जी बैंक कस्टमर केयर नंबर से 1 लाख 90 हजार की ठगी
रुद्रपुर। अगर बैंक के कस्टमर केयर नंबर को जानना है तो इसके लिए सिर्फ संबंधित बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर ही सर्च करें। गूगल में बैंकों के कस्टमर केयर नंबर के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले साइबर ठगों ने जाल बिछाया है। ऐसे ही जाल में फंसकर रुद्रपुर की एक महिला एक लाख 90 हजार की साइबर ठगी का शिकार हो गयी। रुद्रपुर के अंबेडकर नगर निवासी एक महिला के खाते से अज्ञात लोगों ने फर्जी कस्टमर केयर के नाम पर कॉल के माध्यम से ठगी एक लाख 90 हजार रुपए खाते से उड़ा लिए। मामले में पुलिस ने अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, अंबेडकर नगर खेड़ा निवासी सोनी देवी ने पुलिस को तहरीर दी। तहरीर में महिला ने बताया कि उसका खाता पंजाब नेशनल बैंक में है। बीती 20 जनवरी को उसके बेटे ने चैक संबंधी किसी जानकारी को लेने के लिए गूगल से शाखा का कस्टमर केयर का नंबर निकाला। नंबर पर बात करने के दौरान फोन पर बात कर रहे शख्स ने पीड़ित महिला से मोबाइल नंबर को वेरीफाई करने को कहा। आरोपी ने पीड़ित महिला को नंबर वेरीफाई करने के लिए ओटीपी बताने को कहा गया। साथ ही ओटीपी बताने के बाद फोन को स्विच ऑफ करने को कहा। पीड़ित महिला ने आरोपी को ओटीपी नंबर बताने के बाद फोन को स्विच ऑफ कर दिया। कुछ देर बाद जब महिला को ठगी का शक हुआ तो उसने पास के ही एक एटीएम से बेलेंस चेक किया, लेकिन तब तक महिला के खाते से आरोपी ने एक लाख 90 हजार रुपए उड़ा चुके थे। पुलिस ने महिला की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
बैंक कभी फोन पर नहीं पूछते व्यक्तिगत जानकारी
साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं लेकिन तमाम जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी लोग इसके प्रति सचेत नहीं हो रहे हैं। बैंकों के कस्टमर केयर सेंटर के नाम पर खाता नंबर, एटीएम नंबर, ओटीपी आदि पूछकर कई बार साइबर ठग लोगों को चूना लगाते हैं। अब गूगल में भी कई बैंकों के कस्टमर केयर के नाम पर फर्जीबाड़ा कर लोगों को चूना लगाया जा रहा है। बैंक की ओर से कभी भी फोन पर खाते से संबंधित व्यक्तिगत जानकारी नहीं पूछी जाती हैं। बैंक बेहद गोपनीयता बरतते हुए ग्राहकों को सुविधाएं देते हैं। खाते से संबंधित कोई भी परेशानी होने पर सीधे संबंधित शाखा में जाकर या बैंक की अधिकृत वेबसाइट पर ही जाकर जानकारी जुटानी चाहिए। ताकि साइबर ठगों की चाल से बचा जा सके।