पूर्व सीएम हरीश रावत ने निकाली किसान संकल्प एवं झोटा बुग्गी यात्रा
तीन काले कानूनों को किसानों पर बलपूर्वक थोपना चाहती है केंद्र सरकार
रुड़की। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि केंद्र सरकार तीन काले कानूनों को किसानों पर बलपूर्वक थोपना चाहती है। जो सरकार लोकतंत्र का आदर नहीं करती है, तो फिर जनता को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ता है। कहा कि उत्तराखंड राज्य में किसानों का एक हजार करोड़ रुपये गन्ना बकाया चल रहा है। लंढौरा में बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने किसान संकल्प एवं झोटा बुग्गी यात्रा निकाली। इस यात्रा में काफी संख्या में कार्यकत्र्ता शामिल हुए। इस मौके पर भैंसा बुग्गी पर सवार पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो तीन काले कानून पास किए हैं, उसे किसानों ने पूरी तरह नकार दिया है। कहा कि चार साल पहले हमारी सरकार ने जो गन्ना मूल्य घोषित किया था। उसके बाद अभी तक उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार ने गन्ना खरीद मूल्य में एक पैसे की बढ़ोत्तरी नहीं की है। एक तरफ जहां चरम पर पहुंची महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ रखी है वहीं किसानों को बकाया गन्ना भुगतान नहीं किया जा रहा है। पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की कीमतों में लगातार वृद्धि की जा रही है। आरोप लगाया इसका लाभ केंद्र सरकार अडानी और अंबानी को पहुंचा रही है। केंद्र सरकार एमएसपी और मंडियां खत्म कर सरकारी तंत्र को समाप्त करना चाहती है। ऐसा करने पर सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानें बंद हो जाएंगी, जिससे गरीबों को मिलने वाला लाभ भी समाप्त हो जाएगा। वहीं इससे फसलों का उत्पादन उद्योगपति के हाथों में चला जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि केंद्र सरकार हम दो हमारे दो की सरकार है। कहा कि 2022 में कांग्रेस की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता, क्योंकि भाजपा की नाकामियों के चलते आज सभी वर्ग के लोग बेहद परेशान हैं। लंढौरा में झोटा बुग्गी यात्रा के दौरान कार्यकत्र्ताओं की भीड़ के चलते जाम की स्थिति भी बनी रही। इस मौके पर भगवानपुर विधायक ममता राकेश, विरेंद्र रावत, अनुपमा रावत, राव शेर मोहम्मद, सुशील राठी, हनीफ एडवोकेट, उदय सिंह पुंडीर, संजय पाल, रश्मि चौधरी, उदय जैन, श्रीगोपाल नारसन, सेठपाल, हाजी राव मुन्ना, अमीर हसन, शमशाद, मीर हसन, अनिल पुंडीर, शहजाद, सौकीन आदि मौजूद रहे।