-मोहन कपकोटी बने दूसरी बार अध्यक्ष
बागेश्वर। पूर्व केंद्रीय सशस्त्र पैरामिलिट्री फोर्सेज जिला इकाई की यहां हुई बैठक में लंबित मांगों को लेकर मंथन किया गया। संगठन की मजबूती पर बल दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है। देश के लिए अपनी जान देने वाले पैरा मिलिट्री सैनिकों को आज तक कैंटीन की सुविधा तक नहीं दी गई है। इसके अलावा अन्य मामले भी नहीं सुलझाए जा रहे हैं। इस दौरान नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। मोहन कपकोटी को दोबारा अध्यक्ष बनाया गया। पिंडारी मार्ग स्थित एक होटल में शुक्रवार को हुई अर्द्धसैनिक बलों के पूर्व सैनिकों की बैठक में वक्ताओं ने राज्य स्तर पर पैरामिलिट्री निदेशालय और जिला स्तर पर कल्याण बोर्ड का गठन करने की मांग प्रमुखता से उठाई। उन्होंने कहा कि निदेशालय और कल्याण बोर्ड होगा तो उनकी समस्याओं का आसानी से समाधान होगा। उन्होंने कहा कि सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है। उन्होंने अब तक कोई भी मांग पूरी नहीं होने पर नाराजगी जताई। कहा कि नये मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अर्द्धसैनिक कल्याण बोर्ड अपने पास रखा है। इस कारण उनकी उम्मीद बढ़ गई है। उन्होंने सीएम से कैंटीन सुविधा शुरू करने की मांग की। पेंशन संबंधी समस्याओं का भी समाधान नहीं होने पर चिंता जताई। दूसरे सत्र में संगठन को लेकर मंथन हुआ। इसके बाद मोहन सिंह कपकोटी को दोबारा अध्यक्ष बनाया गया। इसके अलावा चंदन बिष्ट व प्रकाश कनवाल को सचिव तथा नारायण सिंह हरड़िया को कोषाध्यक्ष बनाया गया। नव निर्वाचित पदाधिकारियों ने कहा कि संगठन के माध्यम से समस्याओं को दूर किया जाएगा। इस मौके पर नारायण सिंह दुबड़िया, शेर सिंह, हरीश राम, लक्ष्मण कार्की मौजूद थे।