कांग्रेस महासचिव ने भाजपा विधायक पर भ्रष्टाचार के खिलाफ उठ रही आवाज को दबाने का लगाया आरोप
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कांग्रेस प्रदेश महासचिव कविंद्र इष्टवाल ने लैंसडौन विधायक के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने विधायक को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि विधायक और उनकी पार्टी जीरो टॉलरेंस की बात करती है, लेकिन सड़क में भष्टाचार की खिलाफत करने वाले लोगों को जेल में डालने की बातें कर रहे है। उन्होंने कहा कि लैंसडौन विधानसभा क्षेत्र में सड़कों की बुरी हालत है। गुणवत्ता बेहद ही घटिया है। गुणवत्ता के विरोध में लोग आवाज उठा रहे है तो उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। कविन्द्र इष्टवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव नजदीक आते ही अब सड़कों पर लीपापोती की जा रही है। इस तरह के कार्यों को जनता अच्छे से देख रही है और ऐसे जनप्रतिनिधियों को सबक भी सिखाएगी।
लैंसडौन विधानसभा की सड़क का मामला अब राजनीति रूप लेता जा रहा है। मामले को लेकर सोशल मीडिया में सड़क पर घटिया गुणवत्ता का काम होने का वीडियो वायरल होने के बाद सीएम तीरथ सिंह रावत ने एई और जेई को सस्पेंड कर दिया था। उसके बाद लैंसडौंन विधायक दलीप सिंह रावत ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से जेई और एई को सस्पेंड करने के मामले मेंं बात की है। मेरा मामना है कि जेई और एई की कोई गलती नहीं है, जिन परिस्थितियोें में वह काम कर रहे है उस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। क्योंकि वो एक घने जंगल के बीच में है, यह कॉर्बेट नेशनल पार्क के बीच में है। वहां आग जलाना भी बहुत कठिन काम है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से बात की गई है कि एक सप्ताह के अंदर मामले की जांच की जाय और अगर उसमें अधिकारी दोष नहीं मिलते है तो उनको दोबार सेवा पर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कोई गलत जानकारी देता है और अधिकारियों व कर्मचारियों को मानसिक रूप से उत्पीड़न करता है तो उनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर एई और जेई सही है तो जिसने यह वीडियो वायरल की है उसके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।