ओडल गांव के जंगल में लगी आग, लाखों की वन संपदा खाक
जयन्त प्रतिनिधि।
सतपुली/कोटद्वार। गर्मी बढ़ने के साथ ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ती जा रही है। आग लगने से हर रोज लाखों की वन संपदा का नुकसान हो रहा है। ओडल गांव के जंगल में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। आग लगने से लाखों की वन संपदा खाक हो गई है। वहीं आग से पक्षियों और उनके छोटे-छोटे बच्चों की मौत हो गई। जंगल की आग गांव की ओर बढ़ने लगी तो ग्रामीण और महिलाएं मौके पर पहुंचे और उन्होंने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
नयारघाटी के जंगलों में आग लगने का सिलसिला थम नहीं रहा है। वहीं, जंगली पशु-पक्षियों व वन संपदा को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है। आग की चपेट में अब आसपास के जंगल भी आ चुके हैं। आग लगने से आसपास के वातावरण में धुंध छाई हुई है। गत शुक्रवार दोपहर को अचानक ओडल गांव के जंगल में आग लग गई। ओडल गांव के जंगलों में शुक्रवार की दोपहर लगी आग से लाखों रुपये मूल्य की वन संपदा खाक हो गई। जंगल की आग आबादी की ओर बढ़ने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने आग को बुझाया, लेकिन तब तक गांव के कई लोगों का घास और लकड़ियां जलकर राख हो गई। वहीं आग से घोसलों में पक्षियों के छोटे-छोटे बच्चे जल गए। ग्रामीण वीरेंद्र सिंह, बालम सिंह, श्याम सिंह रावत, दिनेश कुमार ने बताया कि पशुओं के लिए एकत्रित किया गया घास आग की चपेट में आने से जलकर राख हो गया, वहीं कई पेड़ भी जलकर राख हो गए। पक्षियों के घोसलों में पल रहे बच्चों की आग की चपेट में आने से मौत हो गई। उन्होंने बताया कि दोपहर के समय आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया था, क्योंकि तेज हवा चलने के कारण आग तेजी से फैल रही थी। नयारघाटी क्षेत्र में आजकल जहां भी नजर जा रही है वहां चारों और जंगल जलते हुए दिख रहे है। जिस कारण चारों ओर धुंध छाई हुई है। धुंध के कारण लोगों को जहां सांस लेने में दिक्कत हो रही है वहीं आंखों में जलन भी हो रही है।