देश में पहली बार 11 लाख के पार हुई उपचाराधीन मरीजों की संख्या
नई दिल्ली, एजेंसी। देश में बेकाबू हुई कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने सरकार से लेकर आम लोगों तक की सांसें सांसत में डाल दीं हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब और मध्यप्रदेश समेत 10 राज्यों में स्थिति बेहद भयावह है। तमाम पाबंदियों के बावजूद रविवार को कोरोना संक्रमण ने सभी पिछले रिकर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। देश में बीते 24 घंटों में 1़52 लाख से ज्यादा मामले आए हैं। वहीं संक्रमण के बढ़ते कहर को देखते हुए एक बार फिर प्रवासी श्रमिकों ने अपने-अपने घरों का रुख करना शुरू कर दिया है। कोरोना से जुड़ी हर अपडेट यहां पढ़ें़.़
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 1़52 लाख नए मामले सामने आने के बाद देश में इसके उपचाराधीन मरीजों की संख्या पहली बार 11 लाख के आंकड़े को पार कर गई। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश में ‘टीका उत्सव’ की शुरुआत की और इसे कोविड-19 के खिलाफ दूसरी बड़ी लड़ाई की शुरुआत बताया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे ने राज्य के कोरोना टास्क फोर्स के साथरविवार को वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक की। इस बैठक में जहां बिस्तरों की उपलब्धता, रेमडेसिविर के उपयोग और प्रतिबंध लगाने के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई, वहीं बैठक में भाग लेने आए सभी अधिकारियों ने लकडाउन का समर्थन किया।महाराष्ट्र के मंत्री असलम शेख ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा किआज की बैठक में कुछ लोग 2 सप्ताह के लिए लकडाउन के पक्ष में थे, कुछ 3 सप्ताह के लिए लकडाउन के पक्ष में थे। कल फिर बैठक होगी।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। महानगर में बीते 24 घंटे में कोरोना के 9989 नए मामले सामने आए हैं और 58 लोगों की मौत हो गई है।
उत्तरप्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा। रविवार के आंकड़ें ने पिछले सारे रिकर्ड तोड़ दिए हैं। बीते 24 घंटे में राज्य में 15353 नए मामले आए हैं जो कि अब तक के एक दिन में सबसे अधिक मामले हैं। वहीं एक दिन में 67 लोगों की मौत हो गई है।
दिल्ली में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार राज्य में बीते 24 घंटे में10774 नए मामले सामने आए हैं वहीं 48 लोगों की मौत हो गई है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे राज्य के कोरोना टास्क फोर्स के साथ वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर रहे हैं। बिस्तरों की उपलब्धता, रेमडेसिविर के उपयोग और प्रतिबंध लगाने के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा चल रही है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इसकी जानकारी दी है।
गुजरात सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए राज्य के सभी सरकारी और निजी कलेजों में 30 अप्रैल तक अफलाइन कक्षाएं बंद करने के आदेश दिए हैं।
रेमडेसिविर इंजेक्शन के निर्यात पर रोक
देश में बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए भारत सरकार ने रेमडेसिविर(त्मउकमेपअपत) इंजेक्शन के निर्यात पर रोक लगा दी है। बता दें के कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीज इसका उपयोग करते हैं। कोरोना के मामले अचानक से बढ़ने से इसके स्टक में भारी कमी आ गई है जिसके कारण सरकार को इस तरह के फैसले लेने पड़े हैं। वहीं सरकार ने कहा कि आने वाले दिनों में रेमेडिसविर इंजेक्शन की मांग में और वृद्घि होने की संभावना है और डिपार्टमेंट अफ फार्मास्युटिकल्स घरेलू निर्माताओं के साथ संपर्क में है ताकि रेमडेसिविर के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा सके।