पर्यटन मंत्री के पैतृक गांव में चार माह से नहीं मिली सरकारी राशन
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। सरकारी विभाग जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के प्रति कितने गंभीर हैं, इसकी बानगी पर्यटन मंत्री के पैत्रिक गांव में देखने को मिली है।
यहां पूर्ति विभाग की लापवरवाही के चलते चार माह से सरकारी सस्ते गल्ले की राशन वितरित नहीं हुई है। जिला पूर्ति अधिकारी का कहना है कि उक्त गांव के सस्ता गल्ला विक्रेता का लाइसेंस निलंबित किया गया है। विक्रेता की ओर से अभी तक अपना पक्ष नहीं रखा गया है। विभाग ने समीपवर्ती दुकान को गांव में राशन वितरण की जिम्मेदारी सौंपी है। लेकिन विक्रेता ने अभी तक राशन नहीं उठाई है।
बीते जनवरी माह में एडीएम डॉ. एसके बरनवाल ने पूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ पोखड़ा विकासखंड के सेड़ियाखाल स्थित सरकारी सस्ता गल्ला की दुकान का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान दुकान में काफी अनियमिताएं पाई गई थी। एडीएम ने पूर्ति विभाग को तत्काल सस्ता गल्ला विक्रेता के लाइसेंस को निलंबित करने के निर्देश दिए थे। जिस पर कार्यवाही करते हुए जिला पूर्ति अधिकारी ने उक्त विक्रेता का लाइसेंस निलंबित करने के साथ ही 15 दिनों के भीतर अपना पक्ष रखने को कहा था। लेकिन विक्रेता ने आज तक अपना पक्ष नहीं रखा। जिसके चलते विक्रेता का लाइसेंस अभी तक निलंबित है। जिसका खामियाजा ग्रामीण उपभोक्ताओं के उठाना पड़ रहा है। पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि उक्त सस्ता गल्ला की दुकान के उपभोक्ता पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के पैत्रिक गांव धैड़ की ग्राम पंचायत सैड़ियाखाल के ग्रामीणों के अलावा लखोली, कमेड़ी, एरोली, सिलेथ सहित अन्य कई गांवों के 400 से अधिक ग्रामीण हैं। इन ग्रामीणों को पिछले चार माह से
राशन नहीं मिली है। रावत ने कहा कि विभाग मंत्री के पैत्रिक गांव के प्रति ही उदासीन बना हुआ है, इससे पता चलता है कि सरकारी विभाग जनता के प्रति कितने गंभीर है। सुरेंद्र रावत ने जिलाधिकारी से ग्रामीणों को राशन
दिलाए जाने की मांग की है। वहीं जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली ने कहा कि दुकान का लाइसेंस निलंबित होने के बाद समीप की दुकान को राशन वितरण की जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन उन्होंने अभी राशन नहीं उठाई है।