मौतों के आंकड़ों को स्वास्थ्य विभाग से छुपाने में लगे हैं कई अस्पताल
हरिद्वार । सरकारी कोविड अस्पताल बाबा बर्फानी में 16 दिनों में 65 लोगों की मौत का सच तो उजागर हो गया, लेकिन हरिद्वार में कई ऐसे अस्पताल हैं जो रोजाना हो रही मौत के आंकड़ों को प्रतिदिन स्वास्थ्य महकमे को उपलब्ध कराने के बजाए छुपाने में लगे हैं। ऐसे अस्पातालों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग कारवाई के दावे तो करता है, लेकिन किसी एक अस्पताल के खिलाफ भी कारवाई करने का साहस नहीं जुटा पाया है। अस्पताल को कोविड मौत से होने वाली बदनामी से बचाने के चक्कर में स्वास्थ्य विभाग के पैनल पर मौजूद निजी अस्पताल हों या फिर ऐसे अस्पताल जो पैनल पर न होने के बावजूद कोविड मरीजों का उपचार कर रहे हों, अपने यहां रोजाना हो रही मौतों के आंकड़ों को स्वास्थ्य विभाग से छुपाने में लगे हैं। ऐसे अस्पातालों के खिलाफ कारवाई के दावे तो स्वास्थ्य विभाग रोजाना ही करता है, लेकिन अब तक कारवाई की हिम्मत नहीं जुटा पाया है। यही कारण है कि इन अस्पातालों मे कोरोना मरीजों के उपचार को लेकर लगातार लापरवाही हो रही है जिस कारण मरने वालों का आंकड़ा तो बढ़ रहा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग मारने वालों का सही आंकड़ा न तो शासन को मुहैया करा पा रहा है न ही मीडिया को ही जारी कर पा रहा है। आंकड़ों को छुपाने के खेल का हाल ही में तब खुलासा हुआ जब सरकारी कोविड अस्पताल बनाए गए बाबा बर्फानीं अस्पताल में महज 16 दिनों में 65 लोग कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए और स्वास्थ्य विभाग ने इस मौत के आंकड़े को सबसे छुपाकर रखा। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अन्य निजी अस्पतालों पर आंकड़े जारी करने के लिए कितना दबाव बना रहा होगा।
डीएम ने की थी एक बड़ी कारवाई: हरिद्वार। स्वास्थ्य विभाग आंकड़ों को छुपाने के साथ मरीजों से इस संकट काल में मनमानी वसूली करने वालों की तरफ से भले ही आंखें मूंदे बैठा हो लेकिन जिलाधिकारी ने शिकायत मिलते ही ज्वालापुर के अस्पताल पर छापेमारी कर न केवल उसे सील किया बल्कि संचालक के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार भी कराया था।
अब जिले के सभी अस्पातालों को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि रोजाना मौत और भर्ती हुए मरीजों का आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग को मुहैया कराना अनिवार्य होगा। इसके लिए एक व्हाट्स एप्प ग्रुप भी बना दिया गया है यदि कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं करता तो उसका पंजीकरण रद कर दिया जाएगा। सोमवार से मीडिया को भी सही आंकड़ा जरी किया जाएगा। -डॉ. एसके झा, सीएमओ