कोरोना से जंग लड़ रहे डक्टरों के साथ बैठक कर बोले पीएम मोदी- वैक्सीनेशन की रणनीति से दूसरी वेव में हुआ फायदा
नईदिल्ली,एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कोविड-19 के खिलाफ जारी लड़ाई में योगदान दे रहे डक्टरों से बातचीत की और इस महामारी से मिली सीख के बारे में उनके अनुभव सुने और उनसे सुझाव भी मांगे। बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि डक्टरों की फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ कोविड-19 के टीकाकारण की रणनीति से महामारी की दूसरी लहर में बहुत लाभ हुआ है। प्रधानमंत्री ने वीडियो कन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड केयर सेंटर्स में कार्यरत डक्टरों के समूह से चर्चा की। इनमें उत्तर भारत और जम्मू एवं कश्मीर सहित अन्य क्षेत्रों के डक्टर्स मौजूद थे। पीएम मोदी ने कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर की अभूतपूर्व परिस्थितियों से लड़ाई को लेकर मेडिकल वर्ग को धन्यावाद कहा।
डक्टरों के समूह से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि घरों में कोविड-19 मरीजों का इलाज एसओपी आधारित होना चाहिए। टेलीमेडिसिन सर्विस देश की सभी तहसील, जिलों तक विस्तारित करना जरूरी है। कोविड-19 की वर्तमान स्थिति पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, श्श्चाहे जांच करना हो या दवाओं की आपूर्ति करनी हो या नये ढांचे बनाए जाने हों, सभी काम तेजी से किए जाएं।श्श् उन्होंने कहा कि करीब 90 प्रतिशत स्वास्थ्य पेशेवर पहले ही पहली खुराक ले चुके हैं और कोविड टीके से अधिकतर डक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो गई है। बैठक में पीएम मोदी ने म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि डक्टरों को म्यूकोरमाइकोसिस के बारे में जागरूकता फैलाने में अतिरिक्त प्रयास करने की जरूरत पड़ सकती है।
भारत में सोमवार को कोविड-19 के 2,81,386 नए मामले सामने आए। इसके बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,49,65,463 हो गई। पिछले 27 दिन में एक दिन में सामने आए ये सबसे कम नए मामले हैं। संक्रमण से आज 4,106 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही मृतक संख्या बढ़कर 2,74,390 हो गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार की सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी 35,16,997 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 14़09 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से कुल 2,11,74,076 लोग उबर चुके हैं और मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 84़81 प्रतिशत है। वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर 1़10 प्रतिशत है।