डीआरडीओ के अध्यक्ष बोले : 2डीजी दवा वायरस नहीं पहचानती, लेकिन दूसरे स्ट्रेन के खिलाफ भी है कारगर
नई दिल्ली । कोरोना मरीजों के लिए इलाज के लिए सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री ड़ हर्षवर्धन ने कोरोना की 2डीजी दवा की पहली खेप जारी कर दी। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण के बाद अब रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की नई दवा आने से लोगों को काफी उम्मीदें जगी हैं। इस दवा का नाम 2-डीअक्सी-डी-ग्लूकोज(श्2 डीजीश्) है। डीआरडीओ द्वारा विकसित कोरोना की दवा 2-डीजी (2-कमवल-क्-हसनबवेम) को देश में कोरोना के खिलाफ श्संजीवनीश् भी कहा जा रहा है।
डीआरडीओ के अध्यक्ष ड जी सतीश रेड्डी ने कहा कि गेमचेंजर कोरोना की दवा 2डीजी संक्रमित कोशिकाओं पर काम करतीहै। 2डीजी दवा यह नहीं जानतीकि यह कौन सा वायरस है। लेकिन संक्रमित कोशिकाओं पर जब इसका प्रभाव शुरू होता है तब वे बहुत निष्क्रिय हो जाती हैं। इसलिए, यह अन्य स्ट्रेन के खिलाफ भी कारगर है।
ड्रग 2डीजी की दूसरी खेप 27 मई के आसपास सीमित मात्रा में आने वाली है। जून के पहले सप्ताह से नियमित उत्पादन शुरू हो जाएगा और यह हर जगह सभी के लिए उपलब्ध होगा। मांग के आधार पर हम लोगों को 1 लाख पाउच बनाने का तरीका भी बता रहे हैं।
कोरोना के खिलाफ जंग में डीआरडीओ की नई दवा उम्मीद की किरण बनकर उभरी है। इस दवा का नाम 2-डीअक्सि-डी-ग्लूकोज (2-क्ळ) है। डीआरडीओ की यह दवा ऐसे समय में आई है, जब कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है और तीसरी लहर की बात हो रही है। कोरोना की देशी दवा 2-डीजी पाउडर के रूप में पैकेट में आती है और इसे पानी में घोल कर पीना होता है।