आशा वर्करों की जिम्मेदारी ले स्वास्थ्य विभाग
– ड्यूटी के दौरान कोरोना भत्ता पृथक से दिए जाने की मांग
बागेश्वर। उत्तरांचल आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन ने कोरोना काल में फ्रंट लाइन वर्कर की भूमिका में लगी आशा कार्यकर्ताओं के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग को लेने की मांग की है। साथ ही ड्यूटी के दौरान कोरोना भत्ता दिए जाने की मांग की है। सोमवार को मुख्य चिकित्साधिकारी को सौंपे ज्ञापन में यूनियन ने कहा है कि इस बारकी कोरोना लहर गत वर्ष की कोरोना लहर से अधिक खतरनाक है। अब तक कई लोग इस बीमारी से दम तोड़ चुके हैं। इस बार भी ग्राम निगरानी समिति के माध्यम से आशा कार्यकर्ता गांवों में कोविड मरीजों से संपर्क कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है, इसलिए स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि वह उनके स्वास्थ्य की जिम्मेदारी ले। उन्होंने कोविड कार्य कर रही आशाओं को फील्ड में कार्य करने के बदले कोरोना भत्ता पृथक से दिए जाने की मांग की है। साथ ही मानदेय व अन्य भत्तों का समय से भुगतान किया जाय। यहां सीमा खान, आशा देवी, संगीता, ममता आदि रहीं।