बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सीएम को दिया पत्र
नई टिहरी। जिला अस्पताल बौराड़ी के बिगड़ते हालातों को लेकर कांग्रेसियों ने सीएम तीरथ रावत को पत्र सौंपकर अवगत कराया कि बीते तीन सालों से पीपीपी मोड में चल रहे जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवायें बदहाल स्थिति में हैं। अस्पताल मात्र रैफर सेंटर बनकर रह गया है। सीएम से अस्पताल को पीपीपी मोड से हटाने की मांग की गई। सीएम को सौंपे पत्र में यह भी बताया गया कि अस्पताल प्रबंधन लगातार मरीजों व तिमारदारों के साथ अभद्रता करते आ रहे हैं। गर्भवती महिला को रात भर अस्पताल से बाहर बिठाना। मरीजों को बिना कारण रैफर करने की कई घटनायें सामने आ चुकी हैं। पहले अस्पताल की ओपीडी 600 थी, अब जाकर दो सौ रह गई है। जनपद के विभिन्न विकास खंडों में प्रताप नगर (लंबगांव, चौंड),घनसाली (बेलेश्वर, पिलखी), जाखनीधार ( बड़कोट),चंबा, थौलधार, थत्यूड़ व नैनबाग के स्वास्थ्य केंद्रों में न तो पर्याप्त डॉक्टर हैं, नहीं अल्ट्रासाउंड व एक्सरे की व्यवस्था है। जिससे कोविड मरीजों को समय से दवा नहीं मिल रही और उन्हें जान गंवानी पड़ रही है। विगत 10 वर्षों से स्वास्थ्य महकमे में अपनी सेवाएं दे रहे एनएचएम कर्मी वर्तमान में अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। उनकी मांगों पर तत्काल सकारात्मक निर्णय लिया जाए ताकि कोरोना काल में जनता को सुचारू रूप से वे लोग अपनी सेवाएं दे सकें। टिहरी जिले में एक उच्च स्तरीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाए। औषधि केंद्रों को मजबूत बनाया जाय, ताकि आम लोगों हो उचित दर पर दवायें मिल सकें। ज्ञापन देने वालों में शांति प्रसाद भट्ट, देवेंद्र नौडियाल, कुलदीप पंवार, राजेंद्र प्रसाद डोभाल, दीपक चमोली, लखवीर चौहान आदि शामिल रहे।