कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के खतरे को देखते हुए सरकार हुई अलर्ट
नई दिल्ली, एजेंसी। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोरोना का डेल्टा वैरिएंट बिना टीकाकरण वाली आबादी के बीच अब तक समाने आए सभी कोविड-19 स्ट्रेन से सबसे तेज फैल रहा है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अधनोम घेब्रियेसस के इस बयान से केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है। केंद्र सरकार ने कर्नाटक सरकार को पत्र लिखकर उन जिलों में तत्काल रोकथाम के उपायों को तेज करने को कहा है जहां कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट पाया गया है। केंद्र ने तमिलनाडु, गुजरात, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर तुरंत कदम उठाने के निर्देश जारी किए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्घ्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर डेल्टा प्लस वैरिएंट के प्रसार को रोकने के उपायों तेज करने को कहा है। केंद्र ने राज्घ्यों से कन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने को भी कहा है। रोकथाम उपायों में भीड़ को रोकने, व्यापक जांच करने के साथ-साथ प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण को बढ़ाना शामिल है। पत्र में कहा गया है कि जिन जिलों में डेल्टा वैरिएंट के मामले पाए गए हैं उनमें भीड़ को रोकने और लोगों के संपर्क को कम करने, व्यापक जांच करने, मामलों का शीघ्र पता लगाने के उपाय किए जाएं। यही नहीं केंद्र ने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण अभियान को और तेज करने के निर्देश जारी किए हैं। वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे विशेष रूप से सीमावर्ती जिलों में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट पर निगरानी रखें। मालूम हो कि स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने शुक्रवार को बताया था कि कर्नाटक में डेल्टा प्लस वैरिएंट के दो मामले एक बेंगलुरु में और दूसरा मैसूर में पाए गए हैं। बता दें कि देशभर में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के अब तक कुल 51 मामले सामने आ चुके हैं। अब तक इस वैरिएंट से तीन लोगों की मौत हुई है। इस वैरिएंट के सबसे ज्यादा 22 मामले महाराष्ट्र में पाए गए हैं। मामले गंभीरता को समझते हुए केंद्र सरकार ने इसे वैरिएंट अफ कंसर्न (चिंताजनक वैरिएंट) घोषित किया है। मध्य प्रदेश लगातार दूसरे दिन कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट का मामला सामने आया है। संत हिरदाराम नगर (बैरागढ) में 30 साल के युवक में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। युवक इसी महीने कोरोना से संक्रमित होने के बाद चिरायु अस्पताल में भर्ती हुआ था। भोपाल में 10 दिन के भीतर डेल्टा प्लस के तीन मामले मिल चुके हैं। राज्य में इस वैरिएंट से दो लोगों की मौत की खबर है।
ओडिशा में भी डेल्टा प्लस वैरिएंट के एक मामले की पुष्टि हुई है। ओडिशा के देवगड़ जिले में एक 65 वर्षीय वयस्क व्यक्ति के इस वैरियेंट से संक्रमित होने की बात केन्द्र सरकार ने कही है। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 20, तमिलनाडु में नौ, मध्य प्रदेश में आठ मामले मिले हैं। तमिलनाडु में डेल्टा प्लस वैरिएंट के तीन नए मामले सामने आए हैं। तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि हम नियमित रूप से लगभग 1000 नमूने (अप्रैल से) भेज रहे हैं। इनमें 70 फीसद से अधिक मामले डेल्टा वैरिएंट से जुड़े थे। तीन सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिला है। राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान ने डेल्टा प्लस वैरिएंट के छह मामलों की पहचान की है। इस बीच त्रिपुरा सरकार ने अगरतला और 10 अन्य शहरी स्थानीय निकाय क्षेत्रों में दोपहर दो बजे से सुबह पांच बजे तक के कर्फ्यू को दो जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया है। मालूम हो कि यह प्रतिबंध पहली बार 16 मई को लागू किया गया था बाद में इसे बार-बार आगे बढ़ाया गया। प्रतिबंध 25 जून को खत्म होने वाला था। नियम के मुताबिक संबंधित इलाकों में दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान केवल सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक खुलेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना के एक दिन में 48,698 नए मामले सामने आए हैं जिससे संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 3,01,83,143 हो गया है। बीते 24 घंटे में महामारी से 1,183 लोगों की मौत के साथ संक्रमण से जान गंवाने वाले मृतकों की संख्या बढ़कर 3,94,493 हो गई है। हालांकि महामारी से उबरने वाले लोगों की संख्या में भी इजाफा हुआ है और यह बढ़कर 2,91,93,085 हो गई है। भारत ने जून में प्रतिदिन औसतन 18 लाख नमूनों की जांच कर 40 करोड़ कोरोना जांच का लक्ष्य हासिल कर लिया है। आइसीएमआर ने शनिवार को बताया कि देशभर में शुक्रवार तक 40,18,11,892 नमूनों की जांच की गई। देश में एक जून, 2021 तक कोरोना वायरस के 35 करोड़ नमूनों की जांच हुई थी। आइसीएमआर के मुताबिक देशभर में तेजी से जांच के बुनियादी ढांचे और क्षमता बढ़ने से यह संभव हो पाया है। हालांकि गनीमत यह है कि भारत में महामारी से बचाव की लगाए जा रहे दोनों टीके कोविशील्ड और कोवैक्सीन सार्स-कोरोना वायरस-2 के सभी वेरिएंट अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा पर प्रभावी हैं। केंद्र सरकार की ओर से जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक देश में लगाए जा रहे दोनों टीके कोरोना वैरिएंट से होने वाले संक्रमण की गंभीरता को कम करने में सक्षम हैं। केंद्र सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट अब तक दुनिया के 12 देशों में पाया गया है।