दो माह बाद शुरू हुई काशीपुर-मुरादाबाद रोडवेज बस सेवा
काशीपुर। कोरोना की दूसरी लहर में बंद मुरादाबाद-काशीपुर बस सेवा करीब दो माह बाद शुरू कर दी गई है। इससे मुरादाबाद आने जाने वाले लोगों को बड़ी राहत मिली है। दूसरी तरफ बस संचालन शुरू होने से परिवहन निगम को भी अतिरिक्त आमदनी होगी। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर देखते हुए उत्तराखंड और यूपी में बसों के आवागमन पर रोक लगा दी गई थी। इस दौरान केवल कुमाऊं मंडल की कुमाऊं मंडल में और गढ़वाल मंडल की बसों का गढ़वाल मंडल में ही संचालन हो रहा था। जिसके चलते राज्य से बाहर दूसरे राज्यों में आने-जाने वालों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इधर, शासन-प्रशासन ने स्थिति सामान्य होती देखकर उत्तराखंड रोडवेज बसों का संचालन दूसरे राज्य में बीती आठ जुलाई की शाम से शुरू करा दिया है। इससे जहां यात्रियों का खासी राहत मिली है तो वहीं निगम प्रशासन की आय में भी बढोतरी होगी। काशीपुर रोडवेज बस स्टेशन के सहायक महाप्रबंधक रमेश पांडे ने बताया शासन से अनुमति मिलने के बाद अभी निगम की 37 बसों का ही संचालन यूपी समेत अन्य राज्यों को किया जा रहा है। जबकि निगम से अनुबंधित 12 बसों के संचालन की अभी अनुमति नहीं मिली है। बताया कोरोना संक्रमण के चलते निगम की आय काफी कम हो गई थी जिसके अब बढ़ने की उम्मीद है।
निजी बसों को नहीं मिली संचालन की मंजूरी: रामनगर से वाया काशीपुर-मुरादाबाद के बीच संचालित हो रही है 74 निजी बसों के संचालन की अभी मंजूरी नहीं मिली है। इसके चलते कुछ निजी बसों का संचालन काशीपुर से रामनगर के बीच ही हो रहा है। ऐसे में बस मालिकों के साथ ही बस चालकों, परिचालकों, मुंशियों व इससे जुड़े अन्य कारोबारियों के सामने आर्थिक संकट गहराने लग गया है। दरअसल, रोडवेज बसों से अधिक निजी बसों से लोग काशीपुर से रामनगर व मुरादाबाद का सफर तय करते हैं। निजी बस कारोबार से जुड़े बस मालिकों ने कहा जब शासन-प्रशासन ने रोडवेज बसों को दूसरे राज्य में संचालित करने की अनुमति दे दी है। तब उनको भी निजी बस संचालित करने की अनुमति दी जाए।
काशीपुर डिपो प्रभारी हरेंद्र सिंह नितवाल ने बताया यूपी सीमा क्रास से पहले राज्य के सूर्या चौकी बॉर्डर पर बसों में सवार यात्रियों की कोरोना संक्रमण जांच रिपोर्ट देखी जा रही है। बताया कि इसके चलते कई बार बसों को दो-दो घंटे तक बॉर्डर पर रहना पड़ता है। ऐसे में बस में सवार यात्रियों को खासी परेशानी करना सामना पड़ रहा है और वहीं बसों के समयानुसार संचालन में दिक्कत खड़ी हो रही है।