बिजली आपूर्ति बाधित होने से लोग परेशान
लालकुआं। सुबह 6 बजे से बिजली गुल है, सेंचुरी अपनी बिजली बनाती है, जिस वजह से वहां पर इसका असर नही रह, क्षेत्र में लगभग 8 स्टोन क्रशर है अफ सीजन की वजह से इसका मिलाजुला असर है, किच्छा में किसी फल्ट की वजह से विधुत सप्लाई बंद है, वहां के कर्मचारी हड़ताल में है वे फल्ट ठीक नही कर रहे है, बतादें के लालकुआं विधुत सब स्टेशन से सप्लाई का कार्य ठेकेदार के लोगो के जिम्मे है अगर किच्छा से फाल्ट ठीक होता है तो सप्लाई सुचारू रहेगी।
उत्तराखंड में विद्युत विभाग द्वारा की गई हड़ताल का सबसे अधिक असर लालकुआं क्षेत्र में देखने को मिला, प्रात: 6 बजे से विद्युत आपूर्ति भंग हो जाने के बाद क्षेत्र में विद्युत के साथ-साथ पेयजल संकट भी गहरा गया, वैसे भी पिछले 4 दिन से क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था चरमराई हुई थी, कि मंगलवार को विद्युत विभाग की अनिश्चितकालीन हड़ताल का सीधे-सीधे असर लालकुआं क्षेत्र में ही दिखाई दिया। नगर पंचायत लालकुआं के अध्यक्ष लाल चंद्र सिंह द्वारा विभिन्न वार्डों में टैंकरों द्वारा पेयजल की आपूर्ति कराई गई क्षेत्र में पेयजल की अत्यधिक जरूरत होने के चलते उक्त पानी के टैंकरों की व्यवस्था नाकाफी रही। इधर विद्युत आपूर्ति ठप हो जाने के चलते पुराना अस्पताल प्रांगण में चल रहे वैक्सीनेशन का कार्य भी शुरू नहीं हो पाया, जिसके बाद केमिस्ट एसोसिएशन लालकुआं द्वारा वैक्सीनेशन सेंटर में जनरेटर एवं डीजल की व्यवस्था की गई, जिसके बाद वैक्सीनेशन का कार्य सुचारू रूप से चलता रहा। इधर स्थानीय रेलवे स्टेशन के मुख्य यातायात निरीक्षक मोहन राम का कहना है कि पिछले 4 दिन से विद्युत की आंख मिचौली का नुकसान सबसे अधिक रेलवे को हुआ है ।उन्होंने कहा कि यदि अभिलंब विद्युत आपूर्ति सुचारू नहीं हुई तो रेलवे स्टेशन में स्थिति खराब हो सकती है। नगर में पूरे दिन लोग पानी की बाल्टी लेकर इधर-उधर भागते नजर आए। साथ ही विद्युत आपूर्ति ठप होने के चलते स्थानीय व्यापारियों के इलेक्ट्रनिक कांटे भी बंद हो गए। तथा पूरे दिन देर शाम तक विद्युत व्यवस्था भंग होने के चलते क्षेत्र में जनजीवन अस्त व्यस्त रहा।