डीएम ने ली राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक
देहरादून। जिलाधिकारी डॉ आर राजेश कुमार ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्टे्रट में राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी ने सिविल कोर्ट के आवश्यक कार्यों के सम्बन्ध में शासकीय अधिवक्ताओं से जानकारी प्राप्त की। बैठक में जिलाधिकारी ने लम्बित वादों के निस्तारण में तेजी लाये जाने तथा सभी उप जिलाधिकारियों को तहसीलदार कोर्ट के वादों की समीक्षा करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त 05 वर्ष से पूराने वादों का विशेष कार्य करते हुए वादों का निस्तारण करे। उन्होंने निर्देश दिये कि जो वाद माननीय उच्च न्यायालय में है उनका अंकन रजिस्टर बनाकर रखें। उन्होंने राजस्व विभाग भू अधिनियम से अटके कार्यों को तेजी से निपटाने के निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी ने महालेखाकार से प्राप्त राजस्व विभाग की ऑडिट आपत्तियों का निस्तारण करने के निर्देश सम्बन्धित उप जिलाधिकारियों एवं पटल सहायकों को दिए। इसके अलावा राजस्व परिषद से सम्बन्धित आपत्तियों का 15 दिनों में निस्तारण आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसील सदर, नजारत, अधिष्ठान, शत्रु सम्पत्ति मामलों के निस्तारण में तेजी लाए जाने पर बल दिया। इसके अतिरिक्त एआरओ स्तर पर लम्बित मामलों के निस्तारण, कार्मिकों के पेंशन मामलों में सम्बन्धित को कार्यालय में बुलाकर आवश्यक प्रपत्र प्राप्त करते हुए तेजी से मामलो को निस्तारित करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए।
जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों स्थलीय निरीक्षण करते हुए जनता की समस्यायें सुनते हुए उनका त्वरित गति से निस्तारण करें। उन्होंने मुख्यमंत्री हेल्पलाईन, सीएम डेश बोर्ड पर प्राप्त होने वाली शिकायतों को समयबद्ध निस्तारण करें। उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी को दुरस्थ क्षेत्रों में गोदामों खाद्यान समय पर भेजते हुए स्टॉक रजिस्टर में आपूर्ति एवं वितरण का पूर्ण ब्यौरा यथासमय अंकित करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कोविड की सम्भावित तीसरी लहर की तैयारियों के सम्बन्ध में क्वारेंटाइन सेन्टर हेतु स्थान चिन्हित करने के निर्देश सम्बन्धित उप जिलाधिकारियों एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिये। साथ नवम्बर-दिसम्बर तक जनपद टीकारण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को कहा कि मानसून सीजन के दौरान घटित होने वाली घटनाओं में मानव क्षति व पशुधन हानि से सम्बन्धित परिवारों को अनुग्रह एवं अहैतुक सहायता 24 घण्टे के भीतर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान आपदा से होने वाले नुकसान की भरपाई हेतु धनराशि न हो तो उसकी मांग भी करें। उन्होंने बताया कि अभी से अपने-अपने क्षेत्रों में नाला, नालियों, खालों, नहरों की साफ-सफाई कराएं तथा गांवो तक सन्देश भी भेजे, जलभराव की समस्याओं को देखें तथा बाढ चैकियों को एक्टिवेट कर लें। उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों के ग्राम प्रधानों से वार्ता कर लें तथा तहसील स्तर पर आपदा कन्ट्रोलरूम स्थापित करते हुए उसकी जानकारी जनमानस को दें। साथ ही डेंगू उन्मूलन अभियान के तहत् क्षेत्र में सर्विलांस करने के साथ ही प्रत्येक शुक्रवार को अपने से सम्बन्धित क्षेत्रों में भ्रमण कर एसी, कूलर, पुराने टायरों, गमलो, नर्सरियों तथा जलभराव वाले क्षेत्रों में जाकर लार्वा हटाने की कार्यवाही भी करें तथा लोगों को जागरूक भी करें। उन्होंने कहा कि यदि आप प्रो-एक्टिव होंगे तथा आपदा उतनी आसानी से निपटेगी। इसके अलावा अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड टीकाकरण बढ़ाने का प्रयास भी करें।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अपराध प्रकाश चन्द्र आर्य, अपर जिलाधिकारी प्रशासन बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी वि/रा गिरीश चन्द्र गुणवंत, नगर मजिस्टेऊट कुश्म चैहान, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी अवधेश कुमार, प्रभारी अधिकारी प्रेमलाल, उप जिलाधिकारी सदर गोपाल राम बिनवाल, अपर नगर मजिस्टेऊट मायादत्त जोशी, तहसीलदार सदर दयाराम, शासकीय अधिवक्ता राजीव आचार्य, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी आशीष वर्मा समेत उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार उपस्थित थे।