भू-कानून की मांग को उक्रांद कार्यकर्ताओं का धरना प्रदर्शन
रुद्रप्रयाग। भू-कानून लागू करने की मांग को लेकर उत्तराखंड क्रान्ति दल ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए धरना दिया। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जबकि जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर शीघ्र कार्रवाई की मांग की। उत्तराखंड क्रान्ति दल के केन्द्रीय नेतृत्व के दिशा निर्देश पर प्रदेश व्यापी कार्यक्रम के चलते गुरुवार को उक्रांद कार्यकर्ताओं ने धरना दिया।
प्रदेश में शसक्त भू कानून बनाने की मांग की गई। दल के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र नौटियाल की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दल के निवर्तमान केन्द्रीय प्रवक्ता देवेन्द्र चमोली ने कहा कि जल जमीन जंगल पर स्थानीय लोगों के अधिकार सुरझित रहने चाहिए। औद्योगिक निवेश के नाम पर आर्थिक रुप से पिछड़े प्रदेश की जमीनों को खुर्द बुर्द करने से बचाने के लिए उक्रांद प्रतिवद्ध है। दल के वरिष्ठ नेता गजपाल रावत ने कहा कि राष्ट्रीय दलो की पहाड़ विरोधी मानसिकता के कारण आज हम अपने मूल निवास का अधिकार भी खो चुके है। इस मौके पर सरला खण्डूरी, बलबीर चौधरी, राय सिंह रावत, कल्याण सिंह पुंडीर, पृथ्वी पाल रावत, मोहित डिमरी, भगत चौहान आदि ने विचार रखे। सभा का संचालन दल के महामंत्री सुबोध नौटियाल ने किया। बाद में उक्रांद कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपा। धरने देने वालों में उर्मिला पटवाल, दीपा देवी, दिनेश बर्तवाल, धर्मेंद्र विष्ट, संदेश भटृ, कमल रावत, जसपाल जगवाण, चन्दन विष्ट, त्रिलोक सिंह, प्रांजल खण्डूरी सहित दर्जनो उक्रांद कार्यकर्ता मौजूद थे।