क्षेत्रीय समस्या के समाधान को उक्रांद का साथ देने की अपील की
अल्मोड़ा। उत्तराखंड क्रांति दल की पहाड़ी स्वाभिमान यात्रा दूसरे दिन विधानसभा के अंतिम छोर मासी भूमिया मंदिर से शुरू हुई। जालली मोटर मार्ग तिराहे व गैरखेत मोटर मार्ग पर नुक्कड़ सभाओं को आयोजन हुआ। यहां वक्ताओं ने उक्रांद को राज्य का असली ध्वज वाहक बताते हुए जनता से भू -कानून, स्थाई राजधानी, पलायन सहित क्षेत्रीय समस्साओं को समाधान के लिए उक्रांद के साथ खड़े होने की अपील की। मासी भूमिया मंदिर से जन गीतों व नारों के साथ जुलूस निकला। यहां हुई सभा में संयोजक पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी सहित वक्ताओं ने राष्ट्रीय पार्टियों पर बारी-बारी से प्रदेश की जनता को ठगने का आरोप लगाया। पूर्व विधायक ने कहा कि राज्य बनने के 20 वर्षों बाद भी स्थाई राजधानी तय नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। त्रिपाठी ने कहा कि सख्त भू कानून नहीं होने से राज्य की बेशकीमती जमीन सरकारों की शह पर कौडियों के भाव बेची जा रही है। उन्होंने उक्रांद को राज्य का असली ध्वजवाहक बताते हुए कहा कि राज्य बनाया था, जिसे सजाने संवारने का काम भी उक्रांद करेगा। आवश्यकता है कि जनता एक बार एकजुट होकर उक्रांद के पक्ष में खड़े हो। वक्ताओं ने कहा कि सरकारों की नियत सही नहीं होने से सही नीति नहीं बनने के कारण प्रदेश में जनसमस्याएं दिन प्रतिदिन भयावह होती जा रही हैं। दूसरे दिन पहाड़ी स्वाभिमान यात्रा मासी भूमिया मंदिर से शुरू होकर पनियाली, खनुली, जेठुआ, भगोती, पटल गांव , चिनौनी, भटकोट, वेतनधार ,नागाड उडलीखान ,झला-हाट तक गई जिसमें अनेक स्थानों पर नुक्कड़ सभायें भी की गई। जगह-जगह पर जनता ने पहाड़ी स्वाभिमान यात्रा का स्वागत किया।