महंत नरेंद्र गिरि केस : कोर्ट ने आनंद गिरि को 14 दिन के लिए भेजा जेल, हाई सिक्योरिटी सेल होगा नया ठिकाना
प्रयागराज , एजेंसी। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की मौत के मामले में नामजद एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस पूछताछ में जुट गई है। आरोपी शिष्य आनंद गिरी से कई घंटे तक पूछताछ की गई है। पुलिस लाइन में अधिकारियों ने कई घंटे तक पूछताछ की। बुधवार को दोपहर 12 बजे आनंद गिरी, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। वहां से रिमांड मंजूर होने के बाद दोनों को कड़ी सुरक्षा के बीच नैनी जेल ले जाया गया। देर शाम तक वारंट न पहुंचने के कारण पुलिस ने जेल के मुख्य द्वार के अंदर एक चबूतरे पर दोनों को बैठाए रखा। सूत्रों के अनुसार दोनों को अलग-अलग हाईसिक्योरिटी सेल में रखा जाएगा।
न्यायालय ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। आनंद गिरि के मोबाइल, लैपटप, टैबलेट, कुछ पेन ड्राइव, सीडी सहित अन्य इलेक्ट्रनिक डिवाइस को पुलिस ने जब्त कर लिया है। कोर्ट के आदेश के बाद आनंद गिरि को नैनी जेल में शिफ्ट कर दिया गया। जेल अधिकारियों ने बताया कि उसे हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है।
महंत नरेंद्र गिरी आत्महत्या के मामले में गिरफ्तार आनंद गिरि, हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी रहे आद्या तिवारी के बाद तीसरे आरोपी आद्या तिवारी के पुत्र संदीप तिवारी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सुसाइड नोट में नाम आने के बाद से वह फरार चल रहा था। बता दें कि नरेंद्र गिरी ने संदीप तिवारी को भी अपनी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में सुसाइड नोट में जिम्मेदार ठहराए जाने के बाद गिरफ्तार किए गए योग गुरु आनंद गिरि का नया पता नैनी सेंट्रल जेल का सिक्योरिटी बैरक होगा। जेल सूत्रों के अनुसार दोनों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रखने के लिए हाई सिक्योरिटी सेल तैयार किया गया है। इसी मामले में आरोपी बनाए गए लेटे हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी रहे आद्या प्रसाद तिवारी को भी जेल में दाखिल कराया गया। आनंद गिरी और आद्या प्रसाद दोनों को अलग-अलग बैरकों में रखा जाएगा।