पर्वतीय इलाकों में स्वास्थ्य सेवा बदहाल हैरू पाठक
हल्द्वानी। राज्य आंदोलनकारियों ने राजकीय मेडिकल कलेज हल्द्वानी को एम्स की तर्ज पर विकसित करने की मांग की है। राज्य आंदोलनकारी मोहन पाठक व कैलाश तिवारी के नेतृत्व में राज्य आंदोलनकारियों की टीम ने मुख्यमंत्री एनडी तिवारी की जयंती 18 अक्तूबर 2019 से पर्वतीय जिलों के दर्जनों अस्पताल-स्वास्थ्य केन्द्र की पदयात्रा की। बाद में कोविड के चलते पदयात्रा रोक दी गई।
पदयात्रा को लेकर सोमवार को नैनीताल रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में प्रेसवार्ता के दौरान आंदोलनकारी मोहन पाठक ने कहा कि पर्वतीय इलाकों में स्वास्थ्य सेवा बदहाल है। पदयात्रा के दौरान ऐसे अस्पताल मिले, जिन्हें फार्मसिस्ट चला रहे हैं। कहीं केवल चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। कैलाश तिवारी ने कहा कि कहीं अस्पताल की बिल्डिंग है तो स्टाफ नहीं है। गंभीर रोगी कई कठिनाइयों के बाद एसटीएच तक पहुंच रहे हैं। एसटीएच की स्थिति भी ठीक नहीं है। 18 अक्तूबर को पदयात्रा का अंतिम पड़ाव एसटीएच होगा। यहीं पर मेडिकल कलेज को एम्स बनाने की मांग को मजबूत आधार देने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। इस दौरान हुकुम सिंह कुंवर, ललित जोशी, जगमोहन चिलवाल, भुवन तिवारी, राजेन्द्र बिष्ट, नीमा भट्ट, भगवती बिष्ट आदि मौजूद रहे।