षि सेवा संघ के कर्मियों ने किया विभाग के एकीकरण का विरोध
रुद्रप्रयाग। अधीनस्थ षि सेवा संघ उत्तराखंड जनपद रुद्रप्रयाग का छठवां द्विवार्षिक अधिवेशन सुमाड़ी तिलवाड़ा में आयोजित किया गया। इस मौके पर षि सेवा से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई। जबकि पुरानी कार्यकारणी भंग कर नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। सर्वसम्मति से ओमप्रकाश मैठाणी को जिलाध्यक्ष एवं कमलेश प्रसाद भट्ट को जिला मंत्री बनाया गया।
सुमाड़ी तिलवाड़ा में आयोजित अधिवेशन में मुख्य अतिथि डीएस असवाल प्रांतीय अध्यक्ष एवं विशिष्ट अतिथि प्रेम प्रकाश शैली प्रांतीय उपाध्यक्ष, आमंत्रित अतिथि विजय पाल सिंह चौहान जनपद अध्यक्ष देहरादून, विशिष्ट अतिथि एसएस वर्मा मुख्य शिक्षा अधिकारी रुद्रप्रयाग मौजूद रहे। अधिवेशन का संचालन जनपदीय संयोजक कमलेश प्रसाद भट्ट द्वारा किया गया। अधिवेशन का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन और बैच अलंकरण के साथ हुआ। सहायक षि अधिकारी द्वारा अपनी मांगों को विस्तृत रूप से पटल पर रखा गया, जिसमें षि एवं उद्यान विभाग के एकीकरण के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। विसंगतियों पर चर्चा की गई साथ ही एकीकरण का पुरजोर विरोध किया गया। कहा कि इससे बेरोजगारी और पलायन होगा। रवि और खरीफ की फसल के लिए उन्नतशील बीज की आपूर्ति, डीबीटी की समस्याओं के साथ छोटी जोत होने के कारण खेती का स्तर कम होने, कम मात्रा में बीज खरीदने की समस्या को रखा गया। डीबीटी संभव न होने और छोटे षि यंत्रों की टेस्टिंग के बाद खरीदारी करने की मांग की गई। कर्मचारियों के एसीपी पदोन्नत वेतनमान का लाभ देने, 10 वर्षों की जो चरित्र प्रविष्टि मांगी जा रही है उसमें भी अति उत्तम प्रविष्ट को हटाकर 3 वर्षों की प्रविष्टि मांगने की मांग की गई। ताकि कोई भी अधिकारी कर्मचारी इस लाभ से वंचित न रह सके। सहायक षि अधिकारी की शैक्षिक योग्यता तथा कार्यों को देखते हैं उसका ग्रेड वेतन बढ़ाने, अधीनस्थ सेवा संवर्ग 3 का वर्ग 2 में संविलियन करने तथा अधीनस्थ सेवा संवर्ग में विश्व स्तरीय प्रणाली लागू करने की मांग की गई। दोनों समूहों की शैक्षिक योग्यता एवं कार्य एक होने के चलते कार्रवाई की मांग की गई।