इंदौर लगातार पांचवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर
-राष्ट्रपति ने स्वच्छ शहरों को प्रदान किए स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार
-गुजरात के सूरत व आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा को दूसरा व तीसरा स्थान
नई दिल्ली, एजेंसी। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा स्वच्छ शहरों को स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 प्रदान किए गए हैं। केंद्र सरकार द्वारा इंदौर को लगातार 5वीं बार भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। सूरत को दूसरा स्थान मिला है। मप्र का इंदौर पहले स्थान पर रहा तो राष्ट्रपति कोविन्द ने गुजरात के सूरत और आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा को देश के दूसरे और तीसरे सबसे स्वच्छ शहर बनने पर सम्मानित किया। वहीं, केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में सबसे स्वच्छ गंगा शहर की श्रेणी में यूपी के वाराणसी को पहला स्थान मिला है।
दिल्ली में आयोजित ‘स्वच्छ अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि देशवासियों की सोच में बदलाव, स्वच्छ भारत अभियान की बहुत बड़ी सफलता है। आज यह बदलाव व्यापक स्तर पर हुआ है। अब तो बहुत से परिवारों में छोटे बच्चे भी परिवार के बड़े लोगों को गंदगी फैलाने से रोकते हैं। स्वच्छता अभियान की सफलता के लिए मैं सफाई मित्रों और सफाईकर्मियों की विशेष रूप से सरहाना करता हूं।
जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति कोविन्द द्वारा 342 शहरों को सम्मानित किया गया, जिन्हें ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2021’ में गारबेज फ्री सिटी और सफाई मित्र चैलेंज की श्रेणी में पुरस्कार दिया गया। मंत्रालय ने कहा कि शहरों को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम, ‘स्वच्छ अमृत महोत्सव’ का आयोजन केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है और यह राष्ट्रीय राजधानी के विज्ञान भवन में हो रहा है।
इसके अलावा, यह कार्यक्रम ‘सफाई मित्र सुरक्षा चुनौती’ के तहत शीर्ष प्रदर्शन करने वाले शहरों को मान्यता देकर स्वच्छता कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि भी देगा। स्वच्छ सर्वेक्षण के 2021 संस्करण में कुल 4,320 शहरों ने भाग लिया। शहरों को आमतौर पर स्टार सिस्टम का उपयोग करके रेट किया जाता है और इस साल, 342 शहरों को, 2018 में 56 की तुलना में कुछ स्टार रेटिंग के तहत प्रमाण पत्र दिए गए। इसमें नौ पांच स्टार शहर, 166 तीन स्टार शहर, 167 एक स्टार शहर शामिल हैं। मंत्रालय ने कहा, यह स्वच्छ सर्वेक्षण का छठा संस्करण है जो दुनिया का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण बन गया है।