आंदोलनकारियों की अनदेखी नहीं होगी बर्दाश्त
उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी मोर्चा की ओर से आयोजित की गई बैठक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी मोर्चा ने चिन्हिकरण के नाम पर आंदोलनकारियों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। कहा कि 24 नवंबर को आंदोलनकारी शासन प्रशासन के खिलाफ कोटद्वार तहसील परिसर में आंदोलन करेंगे। आंदोलनकारियों की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शनिवार को पदमपुर में उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी मोर्चा की बैठक आयोजित की गई। वक्ताओं ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों की चिन्हिकरण की मांग को लेकर उन्होंने पौड़ी में आंदोलन किया था, जिसके बाद जिलाधिकारी ने कमेटी बनाकर चिन्हिकरण के लंबित प्रकरणों के निस्तारण का आश्वासन दिया था। इसके लिए उन्होंने एक सप्ताह का भी समय मांगा है। वहीं, कुछ दिन पूर्व जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात एक अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में कोई भी चिन्हिकरण का आवेदन लंबित नहीं है। चिन्हिकरण के लिए आंदोलनकारियों को दोबारा आवेदन करना होगा। जबकि, चिन्हकरण के लिए दिसंबर 2017 से पूर्व जिले में 846 से अधिक आंदोलनकारियों ने आवेदन किया था। बावजूद इसके प्रशासन की ओर से दोबारा आवेदन मांगना आंदोलनकारियों की अनदेखी को दर्शाता है। कहा कि पूर्व में प्रदेश सरकार चिन्हिकरण के लिए शासनादेश भी जारी कर चुकी है। कहा कि आंदोलनकारियों की अनेदखी के विरोध में आंदोलनकारी कोटद्वार तहसील में प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर आंदोलनकारी महेंद्र सिंह रावत, उर्मिला जोशी, राजेश्वरी रावत, कृष्णा काला, मुन्नी धूलिया, लक्ष्मी रावत आदि मौजूद रहे।