दक्षिण अफ्रीका से आया यात्री पॉजिटिव होने के बावजूद पहुंचा घर
-देश के महामारी प्रबंधन पर उठ रहे हैं सवाल
-कई पड़ावों की जांच के बाद हुई यह लापरवाही
नई दिल्ली, एजेंसी : दक्षिण अफ्रीका से महाराष्ट्र आने वाला एक भारतीय यात्री कोविड पॉजिटिव पाया गया है। हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि वो कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित है या नहीं। यह यात्री अब महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक क्वारंटाइन केंद्र में है, लेकिन वहां पहुंचने से पहले उसका कई पड़ावों को पार करना भारत के महामारी प्रबंधन पर कई सवाल भी उठाता है।
कल्याण डोम्बिवली म्युनिसिपल कारपोरेशन की मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रतिभा पनपाटिल ने पत्रकारों को बताया कि यात्री 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन से दिल्ली आया। दिल्ली हवाई अड्डे पर उसे कोविड पॉजिटिव पाया गया, लेकिन इसके बावजूद इसे मुंबई जाने दिया गया। मुंबई हवाई अड्डे पर उसे दोबारा कोविड पॉजिटिव पाया गया, लेकिन इसके बावजूद उसे ठाणे स्थित उसके घर जाने दिया गया। बाद में उस यात्री को उसके घर से क्वारंटाइन केंद्र भेजा गया। पनपाटिल ने बताया कि अभी तक वो यात्री किसी के भी संपर्क में नहीं आया है। उसके सहयात्रियों को ढूंढने की कोशिश की जा रही है। पॉजिटिव पाया गया यात्री कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित है या नहीं या जीनोम जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
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15 दिनों में 466 यात्री आए मुंबई
मीडिया रिपोर्टों में यह भी बताया गया है कि पिछले 15 दिनों में 466 यात्री दक्षिण अफ्रीका समेत उन सभी देशों से मुंबई आए हैं, जहां नए वैरिएंट से संक्रमण के मामले पाए गए। नए दिशा-निर्देशों के अनुसार अधिकारियों ने इन सभी यात्रियों को संपर्क करना शुरू कर दिया है और संपर्क होने के बाद इन सब की जांच की जाएगी। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा है कि भारत आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को यात्रा शुरू करने से पहले सुविधा पोर्टल पर कोविड निगेटिव रिपोर्ट और पिछले 14 दिनों का अपना यात्रा इतिहास डालना होगा। नए नियम एक दिसंबर से लागू किए जाएंगे। जोखिम की श्रेणी में डाले गए देशों से आने वाले यात्रियों की भारत पहुंचने पर फिर से जांच की जाएगी और जांच के नतीजे आ जाने तक उन्हें हवाई अड्डे पर ही रहना होगा। अगर किसी यात्री में लक्षण दिखाई दे रहे हों तो उसे तुरंत आइसोलेट कर चिकित्सा केंद्र ले जाया जाएगा। निगेटिव पाए जाने पर घर जाने की अनुमति तो दी जाएगी, लेकिन घर पर सात दिनों तक क्वारंटाइन रहना होगा और आठवें दिन फिर से जांच करवानी होगी।