डिजिटल होते चुनाव प्रचार पर रहेगी कड़ी नजर
चमोली। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए विधानसभा चुनाव में रैलियां, जुलूस, जनसभा की अभी आज्ञा नहीं है। चुनाव प्रचार का माध्यम डिजिटल प्लेटफार्म और सोशल मीडिया बना हुआ है। वहीं इन सभी प्रचार माध्यमों पर निर्वाचन विभाग की कड़ी नजर रहेगी। सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें और पेड न्यूज पर नजर रखने के लिये मीडिया निगरानी समिति बना दी गई है। गोपेश्वर में उप जिला निर्वाचन अधिकारी हेमन्त वर्मा ने बताया कि अधिकतर लोग सोशल मीडिया प्लेटफर्म का इस्तेमाल करते हैं। व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम आदि पर सूचना दी जाती है। चुनाव के मद्देनजर सोशल मीडिया पर फर्जी सूचना और गलत जानकारी के अभियान को रोकने के लिए निर्वाचन आयोग ने सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी के लिए पहल की है। कहा कि मीडिया में पेड न्यूज एवं फर्जी खबरों के प्रसार को रोकने के लिये जिला स्तर पर मीडिया निगरानी समितियों का गठन किया गया है। जो पेड न्यूज व भ्रामक खबरों पर कड़ी निगरानी रख रही है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा है कि विधानसभा सामान्य निर्वाचन लड़ने वाले उम्मीदवार को आपराधिक मामलों की जानकारी तीन बार देनी होगी।