रामनगर से माफी मांग, लालकुआं में सक्रिय हुए पूर्व सीएम हरीश रावत
लालकुआं। रामनगर की सीट छोड़ने के बाद हरीश रावत लालकुआं विधानसभा में एक्टिव हो गए है। गुरुवार को उन्होने ट्वीटर व फेसबुक साइट में लालकुआं विधानसभा के लोगों से मार्मिक अपील की है। इससे पूर्व उन्होंने रामनगर की जनता व कार्यकर्ताओं से चुनाव न लड़ने पर माफी मांगी। कहा कि पार्टी के फैसले को मानना पड़ता है।
लालकुआं सीट फाइनल होने पर उन्होंने पोस्ट में कहा है कि उत्तराखंड की परंपराओं और आधुनिक स्वरूप लेकर तेजी से आगे बढ़ता हुआ लालकुआं। मैं आपको प्रणाम करता हूंँ, नमन करता हूंँ। कांग्रेस पार्टी ने मुझे आपका आशीर्वाद लेने के लिए अधित किया है, मैं आपकी शरण में आ रहा हूंँ। लालकुआं के बहनों और भाइयों मुझे अपनी शरण दीजिये। मैं उसी सेवाभाव को आगे बढ़ाऊंगा। जिसको संजोए हुये हमारे कांग्रेस के साथी आपके सेवक बनने के लिए प्रयासरत थे। मैं सबको जोड़कर, सबकी आकांक्षाओं को एक-दूसरे के साथ समन्वित कर आपके क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का दायित्व अपने ऊपर लेना चाहता हूंँ। इस दायित्व ग्रहण के संकल्प को अपना आशीर्वाद देकर मुझे तार्थ करें। इस ट्वीट को करने के बाद हरीश रावत लालकुआं को रवाना हो गए है। गुरुवार की देर सांय लालकुआं पहुंचेंगे। जिसके बाद वह शुक्रवार को लालकुआं में अपना नामांकन करेंगे।
दरअसल, कांग्रेस की दूसरी लिष्ट में कांग्रेस ने रामनगर से हरीश रावत, लालकुआं से संध्या डालाकोटी व कालाढूंगी से महेंद्र सिंह पाल को टिकट दिया था। जिसके बाद से ही रामनगर, लालकुआं व कालाढूंगी में बगावत के सुर उभरने लगे थे। तीनों सीटों को हाथ से जाता देख कांग्रेस ने एक तीर से कई शिकार करने का प्रयास किया है। जिसके तहत हरीश रावत को लालकुआं से टिकट देकर दावेदारों की नाराजगी को दूर करने करने का प्रयास किया है वही कालाढूंगी से घोषित प्रत्याशी को रामनगर भेजा है जबकि टिकट वितरण से नाराज चल रहे महेश शर्मा को कालाढूंगी का टिकट दिया है। जिसके बाद कांग्रेस की इन तीनों सीटों में बगावत लगभग समाप्त हो गई है। हालांकि हरीश रावत के लिए लालकुआं में पूर्व में घोषित प्रत्याशी संध्या डालाकोटी को मनाना अभी भी चुनौती बना हुआ है।