उत्तराखंड

वैज्ञानिकों ने दिया बागवानी फसलों का प्रशिक्षण

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नैनीताल। धारी ब्लक के जैविक पाठशाला सुनकिया में षि विज्ञान केंद्र ज्योलिकोट के तत्वावधान में सात दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसमें क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक लघु सीमांत किसानों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें औद्यानिक संरक्षित खेती व बागवानी फसलों का प्रशिक्षण दिया गया। वैज्ञानिक ड़ दिपाली तिवारी ने पलिहाउस निर्माण, नर्सरी प्रबंधन, बीज उपचार, कम समय में बीजों के अंकुरण करने की तकनीक, कद्दू वर्गीय बीजों का प्लास्टिक की थैलियों में जमाव, पोट्रे मे कोकोपिट, वर्मी कम्पोस्ट को मिलाकर भरना तथा टमाटर, शिमला मिर्च के बीजों को बोने का वैज्ञानिक विधि बताई। एडीओ मोहनलाल ने संरक्षित खेती केघ् लिए सरकार से मिलने वाले अनुदान की जानकारी दी। किसानों को निशुल्क नीम युक्त वर्मी कम्पोस्ट, कद्दू, ककड़ी, मिर्च, भिंडी, मूली, चुकंदर, लौकी, करेला, धनिया, वैगन, टमाटर आदि सब्जी के किट, बीज जमाव के लिए प्लास्टिक लिफाफे वितरित किए। किसान को मटर का दो किलो बीज व प्याज की 500 से 1000 पौध का निशुल्क बांटे गये। जैविक पाठशाला के संचालक हर्ष सिंह डंगवाल ने प्रशिक्षण दल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने जीबी पंत षि विश्वविद्यालय में आयोजित किसान मेले में जैविक किसानों व महिला समूह की ओर से हस्त निर्मित उत्पादन को मेला में प्रदर्शन के लिए निशुल्क स्टाल उपलब्ध कराने की मांग की।

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