ग्लोबल सेंटर फर ट्रेडिशनल मेडिसिन: पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, कहा- यहां से विश्व में पारंपरिक चिकित्सा के युग की शुरुआत होगी
अहमदाबाद , एजेंसी। पीएम मोदी ने डब्ल्यूएचओ-ग्लोबल सेंटर फर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में कई देशों के प्रधानमंत्री वीडियो कन्फ्रेंसिंग के द्वारा शामिल हुए थे। इस दौरान पीएम मोदी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ड टेडरोस अदनहोम गेब्रेहेसस का आभार भी जताया।
गुजरात के तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक ड़ ट्रेडोस गेब्रेयसस और मरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के साथ केंद्र की आधारशिला रखी। इस दौरान मोदी ने पारंपरिक चिकित्सा के विभिन्न लाभों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह केंद्र अगले 25 वर्षों में दुनिया में पारंपरिक चिकित्सा के युग की शुरुआत करेगा। उन्होंने मोटे अनाज को महत्व देने संबंधी भारत के प्रस्ताव को स्वीकार करने और 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र का धन्यवाद व्यक्त किया। साथ ही, इस मौके पर डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ड टेडरोस अदनहोम गेब्रेहेसस ने गुजराती में जनता का अभिवादन किया। पीएम मोदी ने उद्घाटन के बाद अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मैं विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ड टेडरोस अदनहोम गेब्रेहेसस का विशेष रूप से आभारी हूं। उन्होंने भारत की प्रशंसा में जो शब्द बोले हैं, मैं हर भारतीय की तरफ से उनका धन्यवाद करता हूं। डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन कार्यक्रम और सम्मेलन का आयोजन ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट द्वारा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि यहां डब्ल्यूएचओ वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा केंद्र (जीसीटीएम) की स्थापना से विश्व में पारंपरिक चिकित्सा के युग की शुरुआत होगी। जामनगर में डब्ल्यूएचओ-ग्लोबल सेंटर फार ट्रेडिशनल मेडिसिन के उद्घाटन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि निरोगी रहना, जीवन के सफर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है। लेकिन, वेलनेस ही अंतिम लक्ष्य होना चाहिए। वेलनेस का हमारा जीवन में क्या महत्व है, इसका अनुभव हमने कोविड महामारी के दौरान महसूस किया है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से योग प्रचलित हो रहा है और दुनियाभर में लोगों का मानसिक तनाव कम करने में, मन शरीर, चेतना में संतुलन कायम करने में योग मदद कर रहा है। पीएम ने अपने संबोधन में आगे कहा कि योग का विस्तार करने में यह नया संस्थान अहम भूमिका निभाएं, यह बहुत आवश्यक है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वसुधैव कुटुम्बकम पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हम भारतीय वसुधैव कुटुम्बकम और सर्वे संतु निरामया की भावना का पालन करने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि भारत के दर्शन में पूरी दुनिया को एक ही परिवार माना गया है और ये परिवार हमेशा निरोग रहे। डब्ल्यूएचओ-ग्लोबल सेंटर फार ट्रेडिशनल मेडिसिन के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अच्छा स्वास्थ्य सीधे संतुलित आहार से जुड़ा है। हमारे पूर्वज यह मानते थे कि किसी भी रोग का आधा उपचार संतुलित आहार में छिपा होता है। हमारी पारंपरिक चिकित्सा पद्वतियां इन जानकारियों से भरी हुई हैं कि किस मौसम में क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जामनगर में डब्ल्यूएचओ-ग्लोबल सेंटर फर ट्रेडिशनल मेडिसिन के उद्घाटन किया। वे इस कार्यक्रम में कुछ देर पहले ही पहुंच गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ड टेडरोस अदनहोम गेब्रेहेसस का आभार जताया। उन्होंने कहा कि मैं विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ड टेडरोस अदनहोम गेब्रेहेसस का विशेष रूप से आभारी हूं। उन्होंने भारत की प्रशंसा में जो शब्द बोले हैं, मैं हर भारतीय की तरफ से उनका धन्यवाद करता हूं।
इस दौरान समारोह में विशेष रूप से मरीशस के पीएम प्रविंद कुमार जगन्नाथ, सीएम भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी मौजूद हैं। वहीं, आयुष मंत्रालय और गुजरात सरकार ने भारत में पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में दो प्रासंगिक विकासों पर चर्चा करने के लिए एक प्रेस कान्फ्रेंस का आयोजन किया है।