कोटद्वार की बदहाल हालत पर भड़के लोग
-बोले, नगर में आवारा पशुओं समेत गंदगी पर नहीं की जा रही है कार्रवाई
-लोगों को सता रहा है बीमारियों का खतरा, नगर आयुक्त से की समस्याओं के निस्तारण की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार नगर में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर लोग आए दिन शिकायत करते रहते हैं, लेकिन नगर निगम प्रशासन है कि उसके कानों में जूं तक नहीं रेंगती। शनिवार को लोगों का गुस्सा भड़का और उन्होंने निगम कार्यालय में प्रदर्शन करते हुए जल्द से जल्द समस्याओं के निस्तारण की मांग की। उन्होंने कहा कि नगर में लंबे समय से आवारा गोवंश घूम रहा है, जो आए दिन लोगों के लिए जान का खतरा बनता है। कई बार शिकायत करने के बाद भी निगम कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। इसके अलावा गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, लेकिन निगम दवा छिड़काव को तैयार नहीं है।
शनिवार को निकाय सभासद महासंघ उत्तराखंड के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गुड्डू सिंह चौहान के नेतृत्व में स्थानीय लोग व पार्षद नगर निगम कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि वार्ड नंबर 14 समेत सभी वार्डों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन निगम है कि कार्रवाई को तैयार नहीं है। गर्मी बढ़ती जा रही है, ऐसे में गंदगी के कारण क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। जिससे लोगों को डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारियों का डर सताने लगा है। इसके अलावा नगर की सड़कों पर आवारा पशुओं के कारण आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है, साथ ही कई बार यह आवारा पशु लोगों को चोटिल भी कर देते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार पर्यावरण मित्रों का मानदेय भी पांच सौ रुपये प्रतिदिन नहीं किया जा रहा है। वहीं, सभी वार्डों में सिंचाई गूलों की हालत बहुत खराब है, जिनकी हालत सुधारने को सिंचाई विभाग से पत्राचार किया जाए। वहीं नगर में जर्जर हो चुके विद्युत पोलों को जल्द से जल्द बदला जाए।