श्रीनगर, एजेंसी। वादी में टारगेट किलिंग्स की साजिश को नाकाम बनाने और श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा-2022 को पूरी तरह सुरक्षित बनाने की रणनीति के तहत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बीते 48 घंटों के दौरान एक दर्जन आतंकियों व उनके मदद्गारों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारियां जम्मू संभाग के जिला कठुआ से लेकर उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे जिला कुपवाड़ा में चलाए जा रहे अभियान के तहत हुई हैं। पकड़े गए सभी आतंकी व उनके मदद्गार गुलाम कश्मीर में बैठे आतंकी कमांडरों के साथ लगातार संपर्क में थे।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बीते सप्ताह दिल्ली में हुई एक सुरक्षा समीक्षा बैठक में जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग्स को रोकने और श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा की वार्षिक तीर्थयात्रा को पूरी तरह सुक्षित बनाने की एक रणनीति तैयार की गई है। इस रणनीति के तहत प्रदेश में आतंकियों, उनके समर्थकों और मदद्गारों के खिलाफ सुनियोजित और प्रो-एक्टिव एप्रोच के साथ काम करते हुए उनके नेटवर्क को पूरी तरह धवस्त किया जाएगा।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में सक्रिय आतंकियों के ओवरग्राउंड वर्करों, मदद्गारों और समर्थकों को चिन्हित किया जा रहा है। इन सभी की गतिविधियों की विभिन्न स्तरों पर लगातार निगरानी की जा रही है। इनमें से कई प्रदेश में सक्रिय आतंकियों के साथ भी लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने बताया कि टारगेट किलिंग्स की विभिन्न वारदातों की जांच के दौरान पता चला है कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी सरगना इन वारदातों के लिए नए आतंकियों को ही इस्तेमाल करने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि बीते 48 घंटों के दौरान पुलिस ने पूरे प्रदेश में विभिन्न जगहों पर दबिश देते हुए एक दर्जन से ज्यादा आतंकियों व उनके मदद्गारों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारियां श्रीनगर, बारामुला, कुलगाम, अनंतनाग, जम्मू, रामबन, उधमपुर और कठुआ में हुई हैं। पकड़े गए सभी लोग प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से आतंकी और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। यह सभी लोग पाकिस्तान में बैठे आतंकी सज्जाद गुल, आशिक नेंगरु और अर्जमंद गुलजार के अलावा कुछ और अन्य आतंकियों के साथ इंटरनेट मीडिया व अन्य माध्यमों के जरिए लगातार संपर्क में थे। यह पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के इशारे पर प्रदेश में कई जगह लड़कों को मजहब के नाम पर आतंकी गतिविधियों के लिए उकसा उनहें आतंकी गुटों में भर्ती करने के अलावा विभिन्न विध्वसंकारी गतिविधियों को भी अंजाम दे रहे थे।
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने इन गिरफ्तारियों पर चुप्पी साधते हुए कहा कि सभी पुलिस अधिकारियों व अन्य सुरक्षा एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश है कि पाकिस्तान या किसी अन्य मुल्क में बैठे किसी भी आतंकी कमांडर या किसी अन्य राष्ट्रविरोधी तत्व के साथ संपर्क रखने वालों के खिलाफ संबंधित कानून के तहत कठोर कार्रवाई की जाए। राष्ट्रविरोधी गतिविधियों और राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति अपनायी जा रही है। प्रदेश में सुरक्षा एवं विश्वास का माहौल बनाए रखने के लिए यह जरुरी है।