महिला समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना प्राथमिकता : जोशी
राज्य स्तरीय उत्तरा विपणन केंद्र का लोकार्पण किया
देहरादून। राज्य ग्राम्य विकास विभाग की पहल पर महिला एसएचजी के उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाने के लिए रायपुर ब्लक परिसर में राज्य स्तरीय उत्तरा विपणन केंद्र का लोकार्पण किया गया। इस मौके पर ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना सरकार की प्राथमिकता है। इस मौके पर रायपुर, सहसपुर और डोईवाला ब्लक के 30 महिला स्वयं सहायता समूहों को आरएफ (रिवाल्विंग फंड), सीआईएफ (कम्यूनिटी इन्वेस्टमेंट फंड) और सीसीएल (कैश क्रेडिट लिमिट के चौक भेंट किए। मंत्री जोशी ने कहा कि यह राज्य मातृशक्ति के अथक प्रयासों की देन है। इसलिए राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उन्हें एक गरिमापूर्ण जीवन जीने में सहायता करना हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) उत्पादों के विपणन के लिए एनआरएलएम कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को पर्याप्त कौशल और अवसर उपलब्ध कराने और टिकाऊ सूक्ष्म उद्यमों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एसएचजी और उनके संगठनों में एकजुट करने का काम किया जा रहा है। आजीविका मिशन के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप पांडेय ने मिशन की उपल्बधियों के बार में जानकारी दी। बताया कि 13 जनपदों के 95 विकासखण्डों में चरणबद्घ तरीके से संचालित की जा रही है। राज्य में 39,116 स्वयं सहायता समूह में 3 लाख पांच हजार महिलाओं को संगठित कर 4310 ग्राम संगठन तथा 259 कलस्टर स्तरीय संगठनों का गठन किया गया है। इस मौके पर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, ब्लक प्रमुख ममता देवी, अपर आयुक्त ग्राम्य विकास आनंदवर्धन, अपरायुक्त ग्राम्य विकास एके राजपूत, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, पूनम नौटियाल, वीर सिंह चौहान, मंजीत रावत, वीर सिंह चौहान, इतवार सिंह रमोला आदि मौजूद रहे। इस दौरान ‘आजीविका दर्पण पत्रिका का विमोचन भी किया गया।