एक चिराग जो दूसरों के घरों को रोशन कर चल दिया

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समाजसेवी उद्योगपति सुंदर सिंह चौहान के निधन से सतपुली नयारघाटी में शोक की लहर
जयन्त प्रतिनिधि।
सतपुली : बेसहारों का सहारा दीन दु:खियों की एक मजबूत आवाज और जरूरतमंद लोगों की समस्याओं का समाधान करने वाले नयार घाटी सतपुली के उद्योगपति ठाकुर सुंदर सिंह चौहान का निधन हो गया। बुधवार सुबह तड़के 4:00 बजे एम्स ऋषिकेश में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार पैतृक भागीरथी घाट टिहरी गढ़वाल में किया गया। उनके निधन पर व्यापार मंडल सतपुली, पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पर्यटन मंत्री सतपाल महराज, पूर्व शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, पंचायत के जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और पत्रकारों ने शोक व्यक्त किया।
दो दिन पहले ठाकुर सुंदर सिंह चौहान का स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया। जहां उन्होंने बुधवार सुबह अंतिम सांस ली। उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए उनके निवास स्थान कर्मभूमि मलेठी सतपुली लाया गया। जहां लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किये। उत्तराखंड की आवाज जो राज्य निर्माण के लिए शुरू हुई उस संघर्ष में ठाकुर सुंदर सिंह चौहान का बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने लैंसडौन विधानसभा से उत्तराखंड क्रांति दल से चुनाव लड़ा, उसके बाद 2017 में चौबट्टाखाल विधानसभा से भी निर्दलीय चुनाव लड़ा। चुनाव में दोनों बार असफल होने के बावजूद उन्होंने समाजिक सरोकारों से मुंह नहीं मोड़ा। उन्होंने गरीब और असहाय निराश्रित लोगों के लिए वृद्ध आश्रम खोला, जहां गरीब निराश्रित विधवाओं की कन्याओं की नि:शुल्क शादी भी करवाई जाती थी। उन्होंने 100 कन्याओं का शादी करवाने का संकल्प लिया था। एक ऐसा शख्स उत्तराखंड ने खो दिया है, जिसकी कमी पूरी नहीं की जा सकती है। उन्होंने हजारों लोगों को जीने का रास्ता सिखाया और जीवन में कुछ करने की सीख दी। उनके दो पुत्र है, त्रिलोक सिंह चौहान और जितेंद्र सिंह चौहान वर्तमान सतपुली नगर पंचायत अध्यक्ष है।

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