हरिद्वार()। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने बुधवार को कहा कि हैशटैग शांतिकुंज के माध्यम से युवा पीढ़ी में सृजनात्मकता, सकारात्मकता और सांस्कृतिक चेतना को प्रोत्साहन मिलेगा। कहा कि यह पहल समाज के नैतिक पुनर्जागरण की दिशा में एक सार्थक कदम है। उन्होंने हैशटैग शांतिकुंज के लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता कर कहा कि शांतिकुंज में आत्मिक ऊर्जा का संचार कर नये रूपों में विकसित किया जाता है। महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद महाराज ने कहा कि सनातन संस्कृति का उद्घोष सर्वे भवन्तु सुखिन: के भाव को जन जन के विचारों में उतारना है। हैशटैग का यह अभियान अध्यात्म और आधुनिक तकनीक के संगम का सुंदर उदाहरण है, जो देशभर में प्रेरणास्रोत बनेगा।