उत्तराखंड

ग्राहकों के लिए आफत बनी बैंकों की हड़ताल

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पिथौरागढ़। निजीकरण के विरोध में राष्ट्रीयत बैंकों की दो दिवसीय हड़ताल ग्राहकों के लिए जी का जंजाल बन गया है। हड़ताल के कारण बैंक दो दिन से बंद हैं। इससे लोगों के जरूरी कार्य लटक गए हैं। अधिकतर एटीएम भी शोपीस बन गए हैं। इससे लोगों को अपने ही जमा धन के लिए तरसना पड़ा है।
यूनाइटेड फोरम अफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर दूसरे दिन भी सीमांत क्षेत्र के स्टेट बैंक अफ इंडिया, केनरा, यूको, पंजाब नेशनल बैंक, सेंट्रल बैंक सहित अन्य कई बैंक बंद रहे। इससे बैंक संबंधित कार्य नहीं हुए। शुक्रवार को एसबीआई अधिकारी एसोसिऐशन के क्षेत्रीय सचिव हरीश चंद्र पुनेठा व सहायक सचिव अर्जुन सिंह बसेड़ा के नेतृत्व में सिमलगैर स्थित एसबीआई बैंक के समीप बैंक एकत्र हुए। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। कर्मियों ने कहा बैंकों का निजीकरण नहीं होना चाहिए। कहा सरकार ने पहले स्वयं बैंकों को राष्ट्रीयत किया और अब निजीकरण की ओर धकेल रही है। कहा निजीकरण कर्मचारियों के हित में नहीं है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने सरकार से प्रमोशन पलिसी में सुधारीकरण करने व नए भर्ती जारी करने को कहा। प्रदर्शन करने वालों में लोकेश पंत, गौतम, नवीन राम, गणेश रौतेला, गोपाल फिरमाल, गोविंद सिंह बिष्ट,दिनेश चंद्र, केदार भट्ट, संतोष मिश्रा सहित कई लोग मौजूद रहे।

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