स्थानातंरण सत्र शून्य करने पर भड़के शिक्षक
चमोली। सरकार द्वारा स्थानातंरण सत्र शून्य करने के फैसले से शिक्षक नाराज हो गए हैं। शिक्षकों ने कहा कि स्थानातंरण न होने पर सालों से दुर्गम क्षेत्रों में काम कर रहे शिक्षक कर्मियों के साथ एक बार फिर अन्याय हो गया है। राजकीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रदीप भंडारी और महामंत्री भगत कंडवाल ने कहा कि कोविड संक्रमण के तहत गत वर्ष भी तबादले नहीं हो पाए थे। इस वर्ष स्थानातंरण की लाइन में लगे शिक्षकों की आस थी। लेकिन सरकार द्वारा गत दिनों तबादला सत्र शून्य किए जाने से एक बार फिर दुर्गम में काम कर रहे कर्मियों के सपने टूट गए हैं। शिक्षक नेता प्रदीप कंडारी, मंजू पुरोहित, बीएस नेगी, बीएम तिवारी, टीएस नेगी, मोहन गौड़, सीमा कुंवर, मीनाक्षी सती, अनिल आदि ने कहा कि सरकार को तबादल सत्र शून्य करने के फैसले को पुनर्विचार में लाना चाहिए। जिसमें अनिवार्य स्थानातंरण को छूट मिल सके। शिक्षकों ने कहा कि यदि सरकार द्वारा मामले में कार्रवाई नहीं की गई तो प्रांतीय कार्यकारिणी के निर्देश पर मामले में अग्रिम रणनीति बनाई जाएगी।